रुड़की: शहर से 8 किलोमीटर की दूरी पर विश्व विख्यात पिरान कलियर स्थित है. यहां पर सभी धर्मों के लोग अपनी अपनी मुरादें लेकर आते हैं. कहते हैं कि यहां हर किसी की मुरादें पूरी होती हैं. इस धर्म नगरी में मुख्य साबिर पाक के मजार के साथ ही चार अन्य शख्सियतों की भी मजार हैं. इन पर जाकर लोगों को रूहानी फेज का इल्म हासिल होता है. इन्हें लोग बड़े एहतराम के साथ तवज्जों देते हैं.
बता दें, पिरान कलियर में साबिर पाक की मजार के साथ हजरत इमाम साहब, किलकिला साहब, पीर गरीब अली साहब और अब्दाल साहब की मजार शरीफ है. सब दरगाहों की अलग-अलग मान्यताएं हैं. पिरान कलियर गंगनहर के पार हजरत पीर गैब अली साहब की मजार पर लोग अपनी जिस्मानी बीमारियों के लिए प्रसाद के रूप में नमक और झाड़ू चढ़ाकर अपने लिए दुआ मांगते हैं.
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यहां आने वाले लोगों के अनुसार इस प्रक्रिया के बाद उन्हें अपनी परेशानी से निजात मिल जाती है. दरगाह पीर गैब अली साहब के मजार पर दूर-दराज से अकीदत मंद आते हैं और अपने दुख तकलीफ को दूर करते हैं.
वहीं, आस्थावान लोग बताते हैं कि दरगाह पीर गैब अली साहब में उनकी गहरी आस्था है और पिछले लंबे अरसे से वह वहां आते रहते हैं. दरबार में आकर उन्हें जिस्मानी और रूहानी सुकून मिलता है.