हरिद्वार: राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की अस्थियां वैदिक मंत्रोचार के बीच हरिद्वार के वीआईपी घाट पर गंगा में विसर्जित की गई. इस दौरान तीर्थ पुरोहितों ने वैदिक मंत्रोच्चार किया.
कल्याण सिंह के पुत्र एटा सांसद राजवीर सिंह ने पूजा अर्चना कर अस्थियों को विसर्जित किया. अस्थियों के विसर्जन के समय राजवीर सिंह काफी भावुक नजर आए. अस्थि विसर्जन कार्यक्रम उनके तीर्थ पुरोहित पंडित शैलेश मोहन ने संपन्न कराया.
इस दौरान राजवीर सिंह ने कहा कि बाबूजी को भगवान ने शायद राम मंदिर निर्माण के लिए ही भेजा था और वह काम पूरा हो गया. इसीलिए बाबूजी को भगवान ने अपने वापस बुला लिया. हो सकता है, इससे भी अच्छे काम के लिए उन्हें कहीं भेजा हो.
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वहीं, तीर्थ पुरोहित पंडित शैलेश मोहन का कहना है कि उनके बेटे, पुत्र, पौत्र-बहु और नाती सहित समस्त परिवार हरिद्वार में मौजूद रहे. उन्होंने सनातन पद्धति का पालन करते हुए मां गंगा की गोद में बाबूजी की अस्थियों को विसर्जित किया गया है. हमने हरिद्वार के उनके पुरोहित होने के नाते विधिवत कार्य संपन्न कराया और मां गंगा से प्रार्थना की है कि बाबू जी की आत्मा को मां गंगा अपने चरणों में स्थान दें.
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सहित भारतीय जनता पार्टी के अनेक वरिष्ठ नेतागण मौजूद रहे और उन्होंने दिवंगत कल्याण सिंह को श्रद्धा सुमन भी अर्पित किए. बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का निधन लखनऊ में 21 अगस्त को हो गया था. 23 अगस्त को बुलंदशहर के नरोरा में बसी घाट पर गंगा किनारे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया था.