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हरिद्वारः नए साल के जश्न को लेकर वन विभाग सतर्क, चप्पे-चप्पे पर पैनी नजर

दिसम्बर का महीना वन विभाग के लिए संवेदनशील माना जाता है. इस समय वन्यजीव तस्कर भी सक्रिय हो जाते हैं. ऐसे में वन विभाग ने हाईअलर्ट घोषित करते हुए सघन गश्त के आदेश दिए हैं.

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वन विभाग सतर्क
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Published : Dec 27, 2019, 3:55 PM IST

हरिद्वारः नए साल को देखते हुए हरिद्वार वन विभाग ने हाईअलर्ट घोषित कर दिया गया है. हरिद्वार वन विभाग की सभी रेंजों में सघन गश्त के आदेश जारी करने के साथ ही वन कर्मियों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गयी हैं. दिसम्बर का महीना हरिद्वार वन विभाग के लिए सबसे ज्यादा संवेदनशील माना जाता है. घने कोहरे के कारण ये समय वन्यजीव तस्करों के लिए मुफीद माना जाता है. यही वजह है कि नए साल के जश्न, ठंड और कोहरे की आड़ में बीच शिकारी जंगलों में घुसने का प्रयास करते हैं.

वन विभाग सतर्क.

वहीं, वन विभाग की चीला रेंज को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना जाता है. सबसे ज्यादा सैलानी नववर्ष का जश्न मनाने यहां पहुंचते हैं. इसको देखते हुए यहां से गुजर रहे सभी वाहनों की सघन तलाशी ली जा रही है. नए साल को देखते हुए वन विभाग द्वारा जगह- जगह अलर्ट जारी किया गया है.

यह भी पढ़ेंः कड़ाके की ठंड में राहगीरों के लिए अलाव की व्यवस्था नहीं, प्रशासन पर उठे सवाल

वन विभाग के प्रभागीय अधिकारी आकाश कुमार ने बताया कि नए साल के दौरान कई जगह लोग जंगलों में शिकार करने जाते हैं, जिसकी रोकथाम के लिए वन विभाग द्वारा पहले से ही वन कर्मियों को तैनात किया जाता है, ताकि कोई भी व्यक्ति इस तरह की घटना को अंजाम ना दे सके.

हरिद्वारः नए साल को देखते हुए हरिद्वार वन विभाग ने हाईअलर्ट घोषित कर दिया गया है. हरिद्वार वन विभाग की सभी रेंजों में सघन गश्त के आदेश जारी करने के साथ ही वन कर्मियों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गयी हैं. दिसम्बर का महीना हरिद्वार वन विभाग के लिए सबसे ज्यादा संवेदनशील माना जाता है. घने कोहरे के कारण ये समय वन्यजीव तस्करों के लिए मुफीद माना जाता है. यही वजह है कि नए साल के जश्न, ठंड और कोहरे की आड़ में बीच शिकारी जंगलों में घुसने का प्रयास करते हैं.

वन विभाग सतर्क.

वहीं, वन विभाग की चीला रेंज को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना जाता है. सबसे ज्यादा सैलानी नववर्ष का जश्न मनाने यहां पहुंचते हैं. इसको देखते हुए यहां से गुजर रहे सभी वाहनों की सघन तलाशी ली जा रही है. नए साल को देखते हुए वन विभाग द्वारा जगह- जगह अलर्ट जारी किया गया है.

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वन विभाग के प्रभागीय अधिकारी आकाश कुमार ने बताया कि नए साल के दौरान कई जगह लोग जंगलों में शिकार करने जाते हैं, जिसकी रोकथाम के लिए वन विभाग द्वारा पहले से ही वन कर्मियों को तैनात किया जाता है, ताकि कोई भी व्यक्ति इस तरह की घटना को अंजाम ना दे सके.

Intro:एंकर :--  नए साल  को देखते हुए हरिद्वार वन विभाग ने  हाईअलर्ट घोषित कर दिया गया है। हरिद्वार वन विभाग की  सभी रेंजो में सघन गस्त के आदेश जारी करने के साथ ही वन कर्मियों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गयी है। दिसम्बर का महीना हरिद्वार वन विभाग के लिए सबसे ज्यादा संवेदन शील माना जाता है। घने कोहरे के कारण यह समय वन्यजीव तस्करो के लिए मुफीद माना जाता है। यही वजह है कि कोहरे की आड़ व नव वर्ष के जश्न के बीच शिकारी जंगलो में घुसने का प्रयास करते है।वन्ही चीला रेंज को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना जाता है। सबसे ज्यादा सैलानी नव वर्ष का जश्न मनाने यँहा पँहुचते है। इसको देखते हुए यँहा से गुजर रहे सभी वाहनों की सघन तलासी ली जा रही है। साथ ही पालतू हाथियों से पार्क के भीतर व गंगा तटीय छेत्रो में पैनी नजर रखी जा रही है |Body:vo 1 -नए साल में वन विभाग द्वारा जंगलों में कड़ी निगरानी रखी गई है । नए साल को देखते हुए , वन विभाग द्वारा जगह जगह है अलर्ट जारी किया गया । वन विभाग प्रभागीय अधिकारी आकाश कुमार ने बताया कि , नए साल के दौरान कई जगह लोग जंगलों में शिकार करने जाते है , जिसकी रोक थाम के लिए वन विभाग द्वारा पहले से ही वन कर्मियों को तैनात किया जाता है ताकि कोई भी व्यक्ति इस तरह की घटना को अंजाम ना दे सके । उन्होंने बताया कि कई बार देखा जाता है कि , लोग अपनी मस्ती के लिए जगंलों में जाते है , शराब इत्यादि चीजो का सेवन करते है , कई लोग जुआ खेलने का भी शौक रखते है , जिसके चलते कभी कभी लड़ाई झगड़े होने की भी संभावना हो जाती है जो कि एक बड़ी मुसीबत को न्यौता दे सकता है । इसलिए वह विभाग द्वारा नए साल के लिए हरिद्वार के कई जगहों पर वन कर्मियों को तैनात किया गया है ।Conclusion:बाइट :-आकाश वर्मा (DFO हरिद्वार )
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