हरिद्वारः 2021 में आयोजित होने वाले कुंभ मेले को लेकर अभी से सवाल उठने लगे हैं. ये सवाल इसलिए भी जरूरी हैं क्योंकि कुंभ का ज्यादातर क्षेत्र जंगल से लगा हुआ है. ऐसे में हरपल यहां जंगली जानवरों को लेकर खतरा बना रहता है. वहीं, वन्यजीव मेला क्षेत्र से दूर रहें, इसके लिए वन विभाग और कुंभ मेला अधिकारी ने मिलकर कुछ योजनाएं बनाई हैं. जिन्हें धरातल पर उतारने के लिए विचार किया जा रहा है.
वहीं, मेला अधिकारी दीपक रावत ने बताया कि इसके लिए एक बहुत ही विस्तृत कार्य योजना पर वन विभाग विचार कर रहा है. विशेषकर उन क्षेत्रों के लिए जहां पर की वाइल्ड एनिमल मूवमेंट ज्यादा रहता है. वहीं, मेला क्षेत्र का कुछ एरिया ऐसे हैं जो कि वन क्षेत्र से लगते हैं. ऐसे में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हम रेस्क्यू टीम, अलार्म सिस्टम, रेडियो कॉलर इस तरह के टेक्नोलॉजी को यूज करते हुए वन्यजीवी संघर्ष के मामलों को रोकने का प्रयास करेंगे.
ये भी पढ़ेंःडीएम मंगेश घिल्डियाल ने हाट गांव में लगाया रात्रि चैपाल, समस्याओं की लगी झड़ी
डीएफओ अकाश वर्मा का कहना है कि हाथियों को लेकर के विशेष रूप से एक महत्वपूर्ण योजना बनाई गई है. जिससे हाथियों के आने की सूचना हमें पहले ही मिल जाएगी. ऐसे में हाथियों को आबादी क्षेत्र में आने से पहले ही रोक दिया जाएगा. कुंभ में इन सभी परिस्थितियों से निपटने के लिए एक नोडल सेंटर भी बनाया जाएगा. जिससे पहले ही मानव और वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं को रोका जाए.