रुड़की: पुरानी तहसील मोहल्ले में आबादी के बीच करीब 12 साल से चल रहे अवैध पटाखा गोदाम में आग लग गई. इस दौरान एक के बाद एक कई धमाके हुए. इससे पूरा इलाका दहल गया. इसी परिसर में छह किरायेदार रह रहे थे. दमकल की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. आग से गोदाम में रखे लाखों के पटाखे जलकर राख हो गये. बताया जा रहा है कि दो श्रमिक गोदाम में बीड़ी पी रहे थे. इसकी चिंगारी से ही आग लगी है.
गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के पुरानी तहसील मोहल्ले में बर्फ खाने के पास एक पुराना भवन है. इस भवन में हर्षिता सचदेवा, विकास, पिंकी, मीनू, मनीषा किराये पर रहते हैं. वहीं, इसी परिसर में काका पतंग वाले ने अवैध पटाखों का गोदाम बना रखा है. शनिवार को अवैध पटाखा गोदाम में दो श्रमिक सफाई कर रहे थे. इसी दौरान दोनों श्रमिक बीड़ी पीने लगे. बीड़ी की चिंगारी से पटाखों ने आग पकड़ ली. देखते ही देखते एक के बाद एक कई धमाके हुए. धमाकों की आवाज सुनकर दोनों श्रमिकों के अलावा परिसर में रहने वाले किरायेदार भी घरों से बाहर निकलकर सड़क की तरफ दौड़ पड़े. घटना से मौके पर अफरा-तफरी मच गई.
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किसी ने सूचना गंगनहर कोतवाली पुलिस और दमकल विभाग की टीम को दी. कुछ देर बाद ही दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची. दमकल विभाग की टीम ने लोगों की मदद से आग बुझाने का प्रयास शुरू किया. गोदाम के बगल में ही एक किरायेदार की रसोईघर में भी आग लग गई. गोदाम और रसोईघर में एलपीजी के भरे गैस सिलिंडर भी रखे हुए थे. गनीमत रही कि उनमें आग नहीं लगी, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था.
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बता दें 20 फरवरी को भी रुड़की के कानून गोयान मोहल्ले में एक अवैध पटाखा गोदाम में आग लगी थी. जिसमें 4 लोगों की झुलसने से मौत हो गई थी, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. एक बार फिर से हुई घटना ने कई सवाल खड़े कर दिये हैं. गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक बीएल भारती ने बताया पटाखा कारोबारी की तलाश की जा रही है. इस मामले में पुलिस मुकदमा दर्ज करेगी.