लक्सरः भारतीय किसान यूनियन के पटेल गुट से जुड़े किसानों ने 10 सूत्रीय मांगों को लेकर महापंचायत की. इस दौरान किसानों ने ट्रैक्टर रैली भी निकाली. जिसमें काफी संख्या में किसान शामिल हुए. रैली के बाद तहसील परिसर में धरना भी दिया. वहीं, किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर उनकी मांगों को पूरा करने की मांग की. इतना ही नहीं किसानों ने जल्द ही मांगे पूरी न होने पर रेल रोकने की चेतावनी भी दी.
बता दें कि लक्सर कोतवाली मोड़ से सैकड़ों की संख्या में किसान ट्रैक्टर पर सवार होकर तहसील मुख्यालय पहुंचे. जहां किसानों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और धरना दिया. कई घंटे चले धरने के बाद उन्होंने लक्सर एसडीएम गोपाल सिंह चौहान को ज्ञापन सौंपा. भाकियू पटेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी कीरत सिंह ने कहा कि बाढ़ पीड़ित किसानों को मुआवजा, ऋण माफी और प्रशासनिक कर्मचारियों की किसानों के उत्पीड़न से जुड़ी 10 सूत्रीय मांग को लेकर वो कई दिनों से संघर्ष करते चले आ रहे हैं, लेकिन शासन प्रशासन उनकी मांगें नहीं मान रहा है. अगर उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो वो रेल का चक्का जाम करने से भी पीछे नहीं हटेंगे.
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वहीं, लक्सर उप जिलाधिकारी गोपाल सिंह चौहान ने बताया कि किसान यूनियन पटेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष कीरत सिंह ने ज्ञापन सौंपा है. जिसमें लोक निर्माण, वन विभाग, बिजली विभाग समेत तहसील कर्मचारियों पर आरोप लगाए गए हैं. जिसको लेकर सभी विभागों को बुलाया गया था. सबसे वार्ता की गई है. जिसके लिए समय भी दिया गया है. सभी मांगों को पूरा किया जाएगा और विभागों को भी अपना रवैया सुधारने के लिए कहा गया है.
गौर हो कि बीती जुलाई महीने में गंगा का जलस्तर बढ़ गया था. जिसके कारण लक्सर से सोलानी नदी का तटबंध मोहम्मदपुर बुजुर्गों के पास टूट गया था. जिससे चलते लक्सर और खानपुर क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए थे. जिसके कारण किसानों की फसल भी बर्बाद हो गई. जबकि, शहरी क्षेत्र में भी लोगों का सामान खराब हो गया. इसको लेकर आमजन से लेकर किसान लगातार सरकार से मुआवजे की मांग कर रहा है.