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रुड़की: आश्वासन के बाद भी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे किसान, ये है मांग - Joint Magistrate Nikita Khandelwal

हरिद्वार जिले के किसानों ने गन्ना के भुगतान, बिजली के बढ़े हुए दामों और नए व्हीकल एक्ट के विरोध में धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान ज्वाइंट मजिस्ट्रेट निकिता खंडेलवाल ने किसानों की सभी मांगों पर आश्वासन दिया है. मांगे माने जाने पर किसानों ने फिलहाल धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया है.

डीजीएम दफ्तर के परिसर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे किसान.
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Published : Sep 30, 2019, 9:25 PM IST

Updated : Sep 30, 2019, 11:54 PM IST

रुड़की: जिले भर के किसानों ने गन्ना भुगतान, बिजली के बढ़े हुए दामों और नए व्हीकल अधिनियम एक्ट के विरोध में सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. मामले की गंभीरता को देखते हुए मजिस्ट्रेट निकिता खंडेलवाल ने किसानों की सभी मांगों को लेकर आश्वासन दिया, लेकिन किसानों की कमेटी ने ज्वांइट मजिस्ट्रेट के वायदे को नकार दिया है. जिसके बाद गुस्साए किसान डीजीएम दफ्तर के प्रांगण में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं.

अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे किसान.

बता दें कि लंबे समय से किसानों की मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन टिकैत, भारतीय किसान यूनियन तोमर और भारतीय किसान यूनियन अंबावत अलग-अलग स्थानों पर धरना प्रदर्शन कर रही थी. लेकिन सरकार द्वारा मामले में कोई फैसला ना लिए जाने के चलते जिले भर के किसानों ने रुड़की में एकजुट होकर सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. हालांकि जॉइंट मजिस्ट्रेट निकिता खंडेलवाल द्वारा दिए गए नए व्हीकल अधिनियम एक्ट में छूट और गन्ना भुगतान के आश्वासन को किसानों ने मान लिया है. लेकिन बिजली विभाग द्वारा बढ़े हुए दामों पर किसानों को जो लाखों रुपयों का जो बिल दिया गया है, उसे लेकर किसान डीजीएम दफ्तर के प्रांगण में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं.

ये भी पढ़े: मसूरी में भारी भूस्खलन से दो मकान क्षतिग्रस्त, बाल-बाल बचे 7 परिवार

किसान नेता संजय चौधरी ने बिजली विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि विभाग द्वारा किसानों को चार -चार लाख के बिल दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने आमदनी में कोई वृद्धि नहीं की है. लेकिन गरीबों पर जुल्म करने के लिए लाखों के बिल भिजवा दिए हैं. उन्होंने बताया कि पचास पैसे पर युनिट की मांग को लेकर किसानों का यह धरना अनिश्चितकालीन रहेगा.

रुड़की: जिले भर के किसानों ने गन्ना भुगतान, बिजली के बढ़े हुए दामों और नए व्हीकल अधिनियम एक्ट के विरोध में सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. मामले की गंभीरता को देखते हुए मजिस्ट्रेट निकिता खंडेलवाल ने किसानों की सभी मांगों को लेकर आश्वासन दिया, लेकिन किसानों की कमेटी ने ज्वांइट मजिस्ट्रेट के वायदे को नकार दिया है. जिसके बाद गुस्साए किसान डीजीएम दफ्तर के प्रांगण में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं.

अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे किसान.

बता दें कि लंबे समय से किसानों की मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन टिकैत, भारतीय किसान यूनियन तोमर और भारतीय किसान यूनियन अंबावत अलग-अलग स्थानों पर धरना प्रदर्शन कर रही थी. लेकिन सरकार द्वारा मामले में कोई फैसला ना लिए जाने के चलते जिले भर के किसानों ने रुड़की में एकजुट होकर सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. हालांकि जॉइंट मजिस्ट्रेट निकिता खंडेलवाल द्वारा दिए गए नए व्हीकल अधिनियम एक्ट में छूट और गन्ना भुगतान के आश्वासन को किसानों ने मान लिया है. लेकिन बिजली विभाग द्वारा बढ़े हुए दामों पर किसानों को जो लाखों रुपयों का जो बिल दिया गया है, उसे लेकर किसान डीजीएम दफ्तर के प्रांगण में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं.

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किसान नेता संजय चौधरी ने बिजली विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि विभाग द्वारा किसानों को चार -चार लाख के बिल दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने आमदनी में कोई वृद्धि नहीं की है. लेकिन गरीबों पर जुल्म करने के लिए लाखों के बिल भिजवा दिए हैं. उन्होंने बताया कि पचास पैसे पर युनिट की मांग को लेकर किसानों का यह धरना अनिश्चितकालीन रहेगा.

Intro:Summary


रुड़की में आज किसानों द्वारा गन्ना भुगतान,बिजली के बढ़े हुए दामों और सरकार द्वारा व्हीकल अधिनियम एक्ट के विरोध में आज जिले भर के किसान रुड़की में धरना प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ एकजुट होंगे जिसको देखते हुए रुड़की पुलिस प्रशासन ने पूरी तैयारियां कर ली है और पुलिस प्रशासन का दावा है कि किसानों के किसी भी तरह से हावी नही होने दिया जाएगा वही मौके पर कोई थानों कोतवाली और पुलिस के अधिकारियों और पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया हैBody:वीओ--दरअसल पिछले लंबे समय से किसानों की आवाज उठाकर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने वाले भारतीय किसान यूनियन टिकैत और भारतीय किसान यूनियन तोमर और भारतीय किसान यूनियन अंबावत समय-समय पर अलग अलग धरना प्रदर्शन करती रही है और सरकारों पर किसानों के बकाया गन्ना भुगतान बड़े में बिजली के दामों को वापस लेने और हाल ही में सरकार द्वारा वह कलेक्ट अधिनियम के खिलाफ किसानों में भारी रोष है जिसके चलते आज जिले भर के किसान रुड़की में एकजुट होकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे किसानों का कहना है कि अगर उनकी मांगों को सरकार द्वारा नहीं माना जाता है तो जल्द ही सरकार के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा वही पुलिस प्रशासन ने भी किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के उत्तर दामाद किए हुए हैं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि किसानों के धरने को शांतिपूर्वक निपटा दिया जाएगा अगर किसानों द्वारा किसी भी प्रकार के कानून को तोड़ा जाता है तो किसानों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी

बाइट-सुक्रमपाल-- किसानConclusion:
Last Updated : Sep 30, 2019, 11:54 PM IST
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