कोलकाता: जेल में 2022 से बंद चल रहे पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी की तबीयत खराब होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. चटर्जी को कोलकाता के मुकुंदपुर इलाके के एक निजी अस्पताल में ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है. यह जानकारी डॉक्टरों ने गुरुवार को दी.
बता दें कि चटर्जी को सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद मंगलवार को एसएसकेएम अस्पताल से मुकुंदपुर के निजी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था. डॉक्टरों ने बताया कि फिलहाल उनकी हालत स्थिर है, लेकिन संकट अभी टला नहीं है. उन्होंने बताया कि 'कार्डियक फेलियर' के लक्षण दिखने के बाद चटर्जी को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था.
हृदय रोग विशेषज्ञ अनूप खेतान पार्थ चटर्जी के हृदय की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं. अस्पताल सूत्रों के अनुसार, चटर्जी को आईटीयू के बेड नंबर 6 पर भर्ती कराया गया है. उन्हें फेफड़ों में संक्रमण, उच्च क्रिएटिनिन स्तर और एनीमिया की शिकायत है. उनका सीटी स्कैन किया जाएगा. साथ ही, डॉक्टर यह भी जांच कर रहे हैं कि उन्हें डायलिसिस की जरूरत है या नहीं. डॉ. सौरन पांजा और उनकी टीम के निर्देशन में उनका इलाज चल रहा है.
उनके इलाज के लिए तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है. इस बोर्ड में कार्डियोलॉजिस्ट अनूप खेतान और नेफ्रोलॉजिस्ट प्रतीक दास शामिल हैं. चटर्जी को जुलाई 2022 में स्कूल स्टाफ भर्ती में कथित भ्रष्टाचार के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था. तब से उन्हें प्रेसीडेंसी सुधार गृह में रखा गया है. 20 जनवरी को अचानक उनकी तबीयत खराब हो जाने पर उन्हें एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया था. चूंकि वह निजी अस्पताल में इलाज कराना चाहते थे, इसलिए उनके वकील ने उन्हें एसएसकेएम से स्थानांतरित करने के लिए विशेष प्रवर्तन निदेशालय (ED) अदालत में आवेदन दायर किया. इसके बाद उन्हें मुकुंदपुर के निजी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया.
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