हरिद्वारः पेयजल निगम की कार्यशैली से खिन्न होकर कई किसान निगम कार्यालय में आ धमके. उन्होंने पेयजल निगम कार्यालय के बाहर जोरदार धरना प्रदर्शन किया. किसानों ने ग्रामीण क्षेत्रों में विभाग पर पानी कनेक्शन देने में लापरवाही बरतने और सड़कों को बेवजह नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है.
दरअसल, उत्तराखंड किसान मोर्चा (अराजनैतिक) से जुड़े किसानों ने हरिद्वार पेयजल निगम कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने कहा कि पेयजल विभाग की ओर से 'हर घर जल योजना' के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में पानी लाइन डालने के लिए सड़कें खोद दी गई हैं, लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी सड़कों को भरने की सुध नहीं ली गई है. जबकि, जिन इलाकों में लाइन डाली जा चुकी है, वहां कई उपभोक्ताओं को कनेक्शन तक नहीं दिए गए हैं.
किसान नेता गुलशन रोड ने आरोप लगाया कि जहां पाइप लाइन बिछाई गई हैं, वहां पर लीकेज हो रही है. जिससे सड़कों पर कीचड़ फैल रहा है. इसके अलावा कई लोगों को पानी का कनेक्शन नहीं मिल पाया है. उन्होंने कहा कि जहां पानी लीकेज हो रहा है, वहां से गंदा पानी लाइन में जा रहा है. वहीं, पेयजल निगम के अधिशासी अभियंता राजेश गुप्ता की ओर से समस्या के समाधान के लिए एक हफ्ते का समय मांगा गया है. उनका कहना है कि किसान संगठन की ओर से उठाई गई समस्याओं का जल्द से जल्द निवारण कर दिया जाएगा.
वहीं, पेयजल निगम ईई राजेश गुप्ता का कहना है कि किसानों की मांगें जायज हैं. पहले भी किसान उनके पास आए थे. मरगुपुर गांव में पानी के 970 कनेक्शन कर दिए हैं. अभी कई कनेक्शन किए जाने हैं, लेकिन लोगों को सड़कें खोदने और उसके पुनर्निर्माण की चिंता की वजह काम करने नहीं दिया गया है. इसके बावजूद काम किया जा रहा है. जो कनेक्शन छूट गए हैं, उन्हें पूरा कर दिया जाएगा. जहां पर लीकेज है, उसे ठीक कर दिया जाएगा. साथ ही गंदे पानी की टेस्टिंग करवायी जाएगी.