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किसानों ने गन्ने की होलिका जलाकर किया प्रदर्शन, सरकार के खिलाफ जमकर की नारेबाजी

रूड़की के लंढौरा में मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन ने बकाया गन्ना भुगतान, मूल्य निर्धारण और बिजली दर को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.

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Published : Dec 10, 2019, 8:16 PM IST

किसानों का विरोध प्रदर्शन
किसानों जलाई गन्ने की होली

रूड़की: रुड़की के लंढौरा में मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन तथा किसानों ने बकाया गन्ना भुगतान, मूल्य निर्धारण और बिजली दर कम न होने के खिलाफ गन्ने की होलिका जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. इसके साथ ही किसानों ने त्रिवेंद्र सरकार के खिफाफ भी जमकर नारेबाजी की.

किसानों ने किया विरोध प्रदर्शन.

बता दें कि उत्तराखंड में लगातार किसान अपने बकाया गन्ने के भुगतान को लेकर सड़क से लेकर सदन तक अपनी मांग उठा चुके हैं लेकिन राज्य सरकार के द्वारा मिलों पर कोई एक्शन नहीं लिया गया है. बड़ी बात यह है कि रुड़की की इकबालपुर शुगर मिल की तानाशाही रवैया किसानों का उत्पीड़न करने में सबसे आगे है.

इसको लेकर परेशान किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले गन्ने की होली जलाकर और अपना आक्रोश प्रकट किया. वहीं, प्रदर्शन दौरान भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष विजय शास्त्री ने कहा कि किसानों को दो साल का बकाया गन्ना भुगतान सरकार तथा मिल प्रबंधन द्वारा नहीं किया जा रहा है मिल प्रबंधन पर सरकार का कोई दबाव नहीं है.

ये भी पढ़ें: रुड़की: टीचर ने छात्र से साफ करवाये जूते, भीम आर्मी ने स्कूल में किया हंगामा

किसानों का आरोप है कि जिससे चीनी मिलों द्वारा अपनी मनमानी की जा रही है. साथ ही पेराई सत्र शुरू हुए एक महीने होने जा रहा है लेकिन अभीतक गन्ना मूल्य घोषित नहीं किया गया है. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि गन्ने का मूल्य 500 रुपए प्रति कुंतल हो जिससे किसानों को उनकी मेहनत का हक मिल सके.

रूड़की: रुड़की के लंढौरा में मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन तथा किसानों ने बकाया गन्ना भुगतान, मूल्य निर्धारण और बिजली दर कम न होने के खिलाफ गन्ने की होलिका जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. इसके साथ ही किसानों ने त्रिवेंद्र सरकार के खिफाफ भी जमकर नारेबाजी की.

किसानों ने किया विरोध प्रदर्शन.

बता दें कि उत्तराखंड में लगातार किसान अपने बकाया गन्ने के भुगतान को लेकर सड़क से लेकर सदन तक अपनी मांग उठा चुके हैं लेकिन राज्य सरकार के द्वारा मिलों पर कोई एक्शन नहीं लिया गया है. बड़ी बात यह है कि रुड़की की इकबालपुर शुगर मिल की तानाशाही रवैया किसानों का उत्पीड़न करने में सबसे आगे है.

इसको लेकर परेशान किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले गन्ने की होली जलाकर और अपना आक्रोश प्रकट किया. वहीं, प्रदर्शन दौरान भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष विजय शास्त्री ने कहा कि किसानों को दो साल का बकाया गन्ना भुगतान सरकार तथा मिल प्रबंधन द्वारा नहीं किया जा रहा है मिल प्रबंधन पर सरकार का कोई दबाव नहीं है.

ये भी पढ़ें: रुड़की: टीचर ने छात्र से साफ करवाये जूते, भीम आर्मी ने स्कूल में किया हंगामा

किसानों का आरोप है कि जिससे चीनी मिलों द्वारा अपनी मनमानी की जा रही है. साथ ही पेराई सत्र शुरू हुए एक महीने होने जा रहा है लेकिन अभीतक गन्ना मूल्य घोषित नहीं किया गया है. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि गन्ने का मूल्य 500 रुपए प्रति कुंतल हो जिससे किसानों को उनकी मेहनत का हक मिल सके.

Intro:रुड़की

रुड़की के लंढोरा में आज भारतीय किसान यूनियन के किसानों ने गन्ने की होली जला कर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं बकाया गन्ना भुगतान गन्ना मूल्य निर्धारण ओर बिजली दर कम न होने से डबल इंजन सरकार का विरोध भी किया। वहीं उत्तराखंड में लगातार किसान अपने बकाया गन्ने के भुगतान को लेकर सड़क से लेकर सदन तक अपनी बात को उठा चुका है लेकिन राज्य सरकार के द्वारा मिलों पर कोई एक्शन नहीं लिया गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि रूड़की की इकबालपुर शुगर मिल की तानाशाही किसानों का उत्पीड़न करने में सबसे आगे है इसी को लेकर भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसानों ने गन्ने की होली जलाई और अपना आक्रोश दिखाया।

Body:वहीं इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष विजय शास्त्री का कहना है कि किसानों का 2 वर्ष का बकाया गन्ना भुगतान सरकार तथा मिल प्रबंधन द्वारा नहीं किया जा रहा है मिल प्रबंधन पर सरकार का कोई दबाव नहीं है जिससे चीनी मिल द्वारा अपनी मनमानी की जा रही है साथ ही पेराई सत्र शुरू हुए एक महीना होने जा रहा हैं और अभी तक गन्ना मूल्य घोषित नही किया गया है। किसानों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि गन्ने का मूल्य 500 रुपए प्रति कुंतल हो जिससे किसान को उनकी मेहनत मिल सके।

बाइट – विजय शास्त्री ( जिला अध्यक्ष भाकियू)Conclusion:
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