रूड़की: ऐसा कहा जाता है कि जब इंसान दुनियां से नाउम्मीद हो जाता है तब वह भगवान और अल्लाह के शरण में जाता है. फरियादी उसके दरबार में जाकर अपनी विपदा का समाधान तलाशता है, लेकिन इन दिनों कोरोना वायरस के चलते सभी धार्मिक स्थलों को धीरे-धीरे बंद किया जा रहा है. कोरोना का प्रकोप देखते हुए रुड़की में भी विश्व प्रसिद्ध दरगाह साबिर पाक में आवागमन पूर्ण रूप से प्रतिबंध कर दिया गया है. वहीं, पिरान कलियर में मौजूद तीन दरगाहों को 20 अप्रैल तक बन्द कर दिया गया है. दरगाहों में आमजन और जायरीनों के आवागमन को पूर्ण रूप से प्रतिबंध करते हुए दरगाह प्रशासन को एहतियात बरतने के सख्त निर्देश दिए गए हैं.
बता दें कि जहां हरिद्वार में गंगा आरती में शिरकत करने वाले श्रद्धालुओं पर प्रतिबंध लगाया गया है. वहीं, कोरोना के चलते अब रुड़की स्थित दरगाह साबिर पाक, दरगाह इमाम साहब और दरगाह किलकिली साहब को भी एक माह के लिए बन्द कर दिया गया है. वहीं, ऐसा 750 सालों बाद हुआ है कि विश्वप्रसिद्ध दरगाह को बंद किया गया है. दरअसल, उत्तराखंड शासन के मुख्यसचिव द्वारा वक्फ बोर्ड के सीईओ को निर्देशत किया गया है कि वह तत्काल प्रभाव से 20 अप्रैल तक तीनो दरगाहों को बन्द करें और जायरीनों के आवागमन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाए.
कोरोना वायरस को लेकर शॉपिंग मॉल, पार्क, धार्मिक स्थल आदि को बन्द कर दिए गए है ताकि, लोगों की भीड़ एक जगह इकठ्ठी ना हो. इसी के मद्देनजर दरगाह में आने वाले जायरीनों पर भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया गया है. साथ ही सम्बंधित अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि दरगाह की साफ़-सफाई व छिड़काव की व्यवस्था दुरुस्त रखी जाए. दरगाह में खिदमत करने वाले कर्मचारियों को किट मुहैया कराई जाए साथ ही सैनिटाइजर का इतेमाल किया जाए. इस दौरान तीनों दरगाहों के परिसरों को खाली कराया गया और दरगाहों को बन्द कर दिया गया है.
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रुड़की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल ने बताया कि उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी के निर्देश पर पिरान कलियर स्थित तीन दरगाहों को एक माह के लिए बन्द करा दिया गया है. साथ ही सम्बंधित कर्मचारियों को सख्त हिदायत की गई है कि वह साफ़ सफाई आदि व्यवस्था दुरुस्त रखें और आस-पास लोगों को इकठ्ठा ना होने दें.