रुड़की: सरकारी योजनाओं को किस तरह पलीता लगाया जाता है, इसका जीता जागता उदाहरण रुड़की के गांव लाठरदेवा में देखने को मिलता है. जहां एक परिवार लंबे अरसे से सरकारी योजना का लाभ मिलने के इंतजार में बैठा है. परिवार इस हाईटैक दौर में कच्चे मकान और बिना शौचालय के जीवन यापन करने को मजबूर है. सरकारी सेवा दिलाने के एवज में इस मजबूर परिवार से ग्राम प्रधान ने कुछ धनराशि भी ली है. बावजूद इसके आज तक सरकारी लाभ इस परिवार के दर तक नहीं पहुंच पाया.
बता दें कि झबरेड़ा विधानसभा के गांव लाठरदेवा में मेहनत-मजदूरी कर एक परिवार अपने परिवार का भरण-पोषण करता है. इस परिवार को आज तक आवासीय योजना वाला मकान और हर घर शौचालय वाली योजना का लाभ नहीं मिल पाया. परिवार कच्चे मकान में बिना शौचालय के जीवन जीने को मजबूर है. परिवार के छोटे-छोटे मासूम बच्चे शौच के लिए जंगल का रुख करने को मजबूर हैं. साथ ही बरसात के दिनों में कच्चे मकान में हादसा होने का डर भी सताता है.
ये भी पढ़ेंः चंपावत में ऐसा क्या हुआ कि एक रात में खराब हो गई आलू की फसल !
ग्रामीण मसरूर ने बताया कि वह मेहनत-मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करता है. सरकारी योजना का लाभ उन्हें आज तक नहीं मिल पाया है. उन्होंने बताया कि ग्राम प्रधान को कई मकान और शौचालय के लिए अवगत कराया है. वहीं, ग्राम प्रधान को कुछ पैसे भी दिए, लेकिन आज तक उनकी कोई सुध नहीं ली गई. उन्होंने बताया कि पूरा परिवार शौच के लिए जंगल में जाता है.