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उत्तराखंड-यूपी बॉर्डर से ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्ट, इस तरह से मिल रहा है कुंभ में प्रवेश

हरिद्वार में कुंभ मेले का आज विधिवत शुभारंभ हो गया है. एक महीने तक चलने वाले कुंभ मेले में सबसे बड़ी चुनौती कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकना है.

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उत्तराखंड-यूपी बॉर्डर
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Published : Apr 1, 2021, 6:31 PM IST

हरिद्वारः धर्मनगरी हरिद्वार में महाकुंभ 2021 का आगाज हो गया है. आज मेले का पहला दिन था. इसी कड़ी में व्यवस्थाओं की हकीकत को जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने उत्तराखंड-यूपी बॉर्डर का रुख किया. इस दौरान व्यवस्थाएं करीबन दुरुस्त मिली. बाहरी राज्यों से आने वाले सभी वाहनों को रोककर उनसे कोरोना रिपोर्ट मांगी जा रही है. जबकि, सीमा पर बीएसएफ और उत्तराखंड पुलिस के जवान मुस्तैदी से कार्य पर डटे हुए हैं. देखें कुंभ को लेकर ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट...

उत्तराखंड-यूपी बॉर्डर से ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्ट.

दरअसल, ईटीवी भारत की टीम ने महाकुंभ के मद्देनजर व्यवस्थाओं की पड़ताल की. जहां पड़ताल में यह व्यवस्था देखने को मिला. चिड़ियापुर रेंज में स्थित उत्तराखंड-उत्तर प्रदेश की सीमा पर प्रवेश कर रहे बस और दूसरे वाहनों को एक जगह पर रोका जा रहा था. पहले उनसे पूछा जाता है कि वो कहां से आए हैं? अगर वो उत्तराखंड के अलावा अन्य जगहों से आए हैं तो उनके पास 72 घंटे पहले की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट है या नहीं. जिनके पास रिपोर्ट है उन्हें आसानी से प्रवेश मिल रहा है.

ये भी पढ़ेंः कुंभ का ये हाईटेक कंट्रोल रूम है बेहद खास, लापरवाही करने पर कैमरा ऐसे काटेगा आपका चालान

वहीं, बस और अन्य गाड़ियों में सफर करने वाले लोग बिना निगेटिव रिपोर्ट के आ रहे हैं तो उन्हें रोका जा रहा है. जहां उनका मोबाइल नंबर से लेकर उनके गंतव्य और आने का पता पूछा जा रहा है. साथ ही उनकी पूरी डिटेल के साथ रैपिड टेस्ट भी करवाया जा रहा है. जहां चंद मिनटों में ही यात्रियों की रिपोर्ट पॉजिटिव व नेगेटिव आ रही है. उसके बाद ही उन्हें प्रवेश की इजाजत दी जा रही है.

हालांकि, कोविड टेस्ट को लेकर लोग परेशान भी नजर आए. इस मार्ग पर रोजाना करीब 300 से ज्यादा बसें और दूसरी गाड़ियां दौड़ती है. ऐसे में जो सवारी वाहन हैं, उन सभी को रोककर ही प्रवेश करवाया जा रहा है. लिहाजा आप भी अगर उत्तराखंड या हरिद्वार कुंभ में शामिल होना चाहते हैं तो आपको भी ये पूरी प्रक्रिया पूरी करनी होगी. यानी कोरोना के सभी नियमों का पालन करना होगा. साथ ही सबसे जरूरी कोविड निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य है.

हरिद्वारः धर्मनगरी हरिद्वार में महाकुंभ 2021 का आगाज हो गया है. आज मेले का पहला दिन था. इसी कड़ी में व्यवस्थाओं की हकीकत को जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने उत्तराखंड-यूपी बॉर्डर का रुख किया. इस दौरान व्यवस्थाएं करीबन दुरुस्त मिली. बाहरी राज्यों से आने वाले सभी वाहनों को रोककर उनसे कोरोना रिपोर्ट मांगी जा रही है. जबकि, सीमा पर बीएसएफ और उत्तराखंड पुलिस के जवान मुस्तैदी से कार्य पर डटे हुए हैं. देखें कुंभ को लेकर ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट...

उत्तराखंड-यूपी बॉर्डर से ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्ट.

दरअसल, ईटीवी भारत की टीम ने महाकुंभ के मद्देनजर व्यवस्थाओं की पड़ताल की. जहां पड़ताल में यह व्यवस्था देखने को मिला. चिड़ियापुर रेंज में स्थित उत्तराखंड-उत्तर प्रदेश की सीमा पर प्रवेश कर रहे बस और दूसरे वाहनों को एक जगह पर रोका जा रहा था. पहले उनसे पूछा जाता है कि वो कहां से आए हैं? अगर वो उत्तराखंड के अलावा अन्य जगहों से आए हैं तो उनके पास 72 घंटे पहले की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट है या नहीं. जिनके पास रिपोर्ट है उन्हें आसानी से प्रवेश मिल रहा है.

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वहीं, बस और अन्य गाड़ियों में सफर करने वाले लोग बिना निगेटिव रिपोर्ट के आ रहे हैं तो उन्हें रोका जा रहा है. जहां उनका मोबाइल नंबर से लेकर उनके गंतव्य और आने का पता पूछा जा रहा है. साथ ही उनकी पूरी डिटेल के साथ रैपिड टेस्ट भी करवाया जा रहा है. जहां चंद मिनटों में ही यात्रियों की रिपोर्ट पॉजिटिव व नेगेटिव आ रही है. उसके बाद ही उन्हें प्रवेश की इजाजत दी जा रही है.

हालांकि, कोविड टेस्ट को लेकर लोग परेशान भी नजर आए. इस मार्ग पर रोजाना करीब 300 से ज्यादा बसें और दूसरी गाड़ियां दौड़ती है. ऐसे में जो सवारी वाहन हैं, उन सभी को रोककर ही प्रवेश करवाया जा रहा है. लिहाजा आप भी अगर उत्तराखंड या हरिद्वार कुंभ में शामिल होना चाहते हैं तो आपको भी ये पूरी प्रक्रिया पूरी करनी होगी. यानी कोरोना के सभी नियमों का पालन करना होगा. साथ ही सबसे जरूरी कोविड निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य है.

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