हरिद्वारः 21 जून को साल का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण है. रविवार के दिन ग्रहण का योग बनने के कारण इसे चूड़ामणि कंकण सूर्य ग्रहण कहा जा रहा है. ज्योतिषियों के अनुसार ये ग्रहण विशेष फलदायी और कष्टकारक है. धर्मनगरी हरिद्वार के ज्योतिषाचार्य मनोज त्रिपाठी ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि इस हमें क्या करना है और क्या नहीं करना है.
ज्योतिषाचार्य मनोज त्रिपाठी ने बताया कि सूर्य ग्रहण हरिद्वार में सुबह 10 बजकर 23 मिनट से शुरू होगा. जबकि पूरे देश में सुबह 9 बजकर 17 मिनट पर ही सूर्य ग्रहण की शुरूआत हो जाएगी. ग्रहण काल 1 बजकर 50 मिनट पर समाप्त होगा. ये ग्रहण मेष, मिथुन और मीन राशि वालों के लिए शुभ और बाकी राशि वालों के लिए अशुभ है.
ज्योतिष आचार्य मनोज त्रिपाठी आगे कहते हैं कि रविवार के दिन सूर्य ग्रहण पड़ने पर इसको चूड़ामणि कण सूर्य ग्रहण कहते हैं. यह सूर्य ग्रहण फलदायक भी है और कष्टदायक भी. उनका कहना है कि इस बार चूड़ामणि सूर्य ग्रहण होने की वजह से ये कई राशियों को प्रभावित करेगा.
किन राशियों पर पड़ेगा फर्क
ज्योतिष आचार्य मनोज त्रिपाठी कहते हैं कि मेष, मिथुन और मीन राशि वालों के लिए ये सूर्य ग्रहण शुभ है. मगर बाकी तमाम राशियों के लिए ये ग्रहण कष्टकारी होगा. सूर्य ग्रहण इन राशि वालों के लिए शत्रु और रोक बढ़ाने वाला है.
क्या करें, क्या नहीं
ज्योतिषाचार्य मनोज त्रिपाठी कहते हैं कि इस सूर्यग्रहण काल में गर्भवती स्त्री और बच्चों को छोड़कर बाकी कोई भी व्यक्ति भोजन न ग्रहण करें. ग्रहण काल में हनुमान चालीसा और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना फलदायक होगा. गर्भवती महिलाओं समेत सभी लोगों को हनुमान चालीसा और महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी जरूरी है. ग्रहण समाप्ति के बाद गंगा स्नान और दान पर विशेष फल मिलेगा. ग्रहण के समय तेल लगाना, भोजन पकाना और खाना, सोना, बाल बनाना, संभोग करना, दांत साफ करना, कपड़े धोना, ताला खोलना आदि काम नहीं करने चाहिए. ग्रहण के समय कोशिश करें कि घर से बाहर न निकलें और न ही ग्रहण को देखें. खासकर गर्भवती महिलाएं इस बात का विशेष तौर पर ध्यान रखें.