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दीपावली पर इस विधि से करें गणेश और लक्ष्मी की पूजा, मिलेगी अपार सुख समृद्धि

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Published : Oct 27, 2019, 12:30 PM IST

Updated : Oct 27, 2019, 1:18 PM IST

दीपावली वाले दिन भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना पूरे विधि विधान के साथ की जाए तो व्यक्ति धनधान्य से परिपूर्ण हो जाता है. उसके यश वैभव में वृद्धि होती है. लेकिन, इस दिन लक्ष्मी गणेश के साथ-साथ माता सरस्वती की पूजा का भी विशेष महत्व बताया गया है.

दिवाली के दिन इन विधियों से करें गणेश लक्ष्मी की पूजा.

हरिद्वार: देशभर में दीपावली त्योहार की धूम मची हुई है. इस दिन माता लक्ष्मी और गणेश की पूजा की जाती है. वहीं, शास्त्रों में दीपावली वाले दिन पूजा के कई विधि विधान बताए गए हैं. इन विधियों से पूजा करने पर दीपावली के दिन अत्यधिक लाभ मिलता है.

दिवाली के दिन इन विधियों से करें गणेश लक्ष्मी की पूजा.

मान्यता है कि दीपावली वाले दिन भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना पूरे विधि विधान के साथ की जाए तो व्यक्ति धनधान्य से परिपूर्ण हो जाता है. उसके यश वैभव में वृद्धि होती है. लेकिन, इस दिन लक्ष्मी गणेश के साथ-साथ माता सरस्वती की पूजा का भी विशेष महत्व बताया गया है. भगवान गणेश मंगलकारी देवता माने जाते हैं. वहीं, माता लक्ष्मी धन की देवी है और धन प्राप्त करने के साथ ही व्यक्ति को ज्ञान की भी परम आवश्यता है. यही कारण है कि ज्ञान की प्राप्ति के लिए ही माता सरस्वती की पूजा भी दीपावली वाले दिन की जाती है.

ये भी पढ़ें: ...ताकि हर घर में हो दिवाली, हर घर में दीया जले

वहीं, दूसरी ओर दीपावली वाले दिन दीपदान का भी महत्व बताया गया है. कार्तिक के महीने में दीपदान किया जाता है. दीपावली का त्योहार हमेशा कार्तिक महीने के बीच में ही आता है. देशी घी, तिल का तेल या फिर सरसों के तेल का दीपक भी इस दिन जला सकते है. लेकिन, भगवान को सबसे प्रिय तिल के तेल से जला हुआ दीपक है क्योंकि तिल का तेल कहा जाता है कि भगवान के पसीने से बना हुआ है.

भगवान को प्रसन्न करने के लिए भाव केवल प्रकाश का होता है इसलिए श्रद्धा भाव से अपने ईश्वर को प्रसन्न करने के लिए प्रकाश किया जाता है. ईश्वर के सामने दीपक जलाकर भगवान को प्रसन्न किया जाता है. ईश्वर प्रसन्न होकर अपने भक्तों के जीवन मे फैले अंधकार को दूर करके उसमें प्रकाश से भर देते है. इसलिए इस दिन दीपदान भी अवश्य करना चाहिए.

हरिद्वार: देशभर में दीपावली त्योहार की धूम मची हुई है. इस दिन माता लक्ष्मी और गणेश की पूजा की जाती है. वहीं, शास्त्रों में दीपावली वाले दिन पूजा के कई विधि विधान बताए गए हैं. इन विधियों से पूजा करने पर दीपावली के दिन अत्यधिक लाभ मिलता है.

दिवाली के दिन इन विधियों से करें गणेश लक्ष्मी की पूजा.

मान्यता है कि दीपावली वाले दिन भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना पूरे विधि विधान के साथ की जाए तो व्यक्ति धनधान्य से परिपूर्ण हो जाता है. उसके यश वैभव में वृद्धि होती है. लेकिन, इस दिन लक्ष्मी गणेश के साथ-साथ माता सरस्वती की पूजा का भी विशेष महत्व बताया गया है. भगवान गणेश मंगलकारी देवता माने जाते हैं. वहीं, माता लक्ष्मी धन की देवी है और धन प्राप्त करने के साथ ही व्यक्ति को ज्ञान की भी परम आवश्यता है. यही कारण है कि ज्ञान की प्राप्ति के लिए ही माता सरस्वती की पूजा भी दीपावली वाले दिन की जाती है.

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वहीं, दूसरी ओर दीपावली वाले दिन दीपदान का भी महत्व बताया गया है. कार्तिक के महीने में दीपदान किया जाता है. दीपावली का त्योहार हमेशा कार्तिक महीने के बीच में ही आता है. देशी घी, तिल का तेल या फिर सरसों के तेल का दीपक भी इस दिन जला सकते है. लेकिन, भगवान को सबसे प्रिय तिल के तेल से जला हुआ दीपक है क्योंकि तिल का तेल कहा जाता है कि भगवान के पसीने से बना हुआ है.

भगवान को प्रसन्न करने के लिए भाव केवल प्रकाश का होता है इसलिए श्रद्धा भाव से अपने ईश्वर को प्रसन्न करने के लिए प्रकाश किया जाता है. ईश्वर के सामने दीपक जलाकर भगवान को प्रसन्न किया जाता है. ईश्वर प्रसन्न होकर अपने भक्तों के जीवन मे फैले अंधकार को दूर करके उसमें प्रकाश से भर देते है. इसलिए इस दिन दीपदान भी अवश्य करना चाहिए.

Intro:एंकर:- देशभर में दीवाली त्यौहार की धूम है, बड़ी धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ ये त्यौहार मनाया जा रहा है। लोग भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा करेंगे। वही शास्त्रों में दीवाली वाले दिन पूजा के भी कई विधि विधान बताय गए। हम आपको किस तेल का दीपक भगवान को सबसे प्रिय है साथ ही भगवान लक्ष्मी के साथ गणेश भगवान और सरस्वती माता की पूजा क्यों होती है यह भी बतायेगे।

Body:वीओ1:- मान्यता है कि दीवाली वाले दिन भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना पूरे विधि विधान के साथ कि जाए तो व्यक्ति धनधान्य से परिपूर्ण हो जाता है और उसके यश वैभव में वृद्धि होती है। लेकिन इस दिन लक्ष्मी गणेश के साथ साथ माता सरस्वती की पूजा का भी विशेष महत्व बताया गया है। भगवान गणेश जी मंगल करते है, माता लक्ष्मी धन की देवी है और धन प्राप्त करने के साथ ही व्यक्ति को ज्ञान की भी परम आवश्यता है। धन आने के बाद व्यक्ति की बुद्धि फिर जाय या फिर वो अज्ञानता की और चल पड़े। इसलिए धन को अर्जित करने के साथ साथ ज्ञान या बुद्धि की शुद्धि की भी परम आवश्यकत है , और यही कारण है कि ज्ञान की प्राप्ति के लिए ही माता सरस्वती की पूजा भी दीवाली वाले दिन की जाती है।



वीओ2:- वही दूसरी और दीवाली वाले दिन दीपदान का भी महत्व बताया गया है। कार्तिक के महीने में दीपदान किया जाता है। दीवाली का त्यौहार हमेशा कार्तिक मास के बीच ही आता है। आप देशी घी, तिल का तेल या फिर सरसों के तेल का दीपक भी इस दिन जला सकते है। लेकिन भगवान को सबसे प्रिय तिल के तेल से जला हुआ दीपक है क्योंकि तिल का तेल कहा जाता है कि भगवान के पसीने से बना हुआ है । लेकिन आप किसी प्रकार का दीपक जला सकते है ।भगवान को प्रसन्न करने के लिए भाव केवल प्रकाश का होता है इसलिए श्रद्धा भाव से अपने ईश्वर को प्रसन्न करने के लिए प्रकाश किया जाता है। ईश्वर के सामने दीपक जलाकर ईश्वर को प्रसन्न किया जाता है , ईश्वर प्रसन्न होकर अपने भक्तों के जीवन मे फैले अंधकार को दूर करके उसमें प्रकाश से भर देते है। इसलिए इस दिन दीपदान भी अवश्य करना चाहिए।
Conclusion:बाइट पंडित देवेंद्र कृष्ण अचार्य
Last Updated : Oct 27, 2019, 1:18 PM IST
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