हरिद्वारः आखिरकार तीन दिन की मैराथन मतगणना के बाद हरिद्वार जिला पंचायत के चुनाव के परिणाम आ गए हैं. जिसमें बीजेपी को जिला पंचायत में पूर्ण बहुमत मिलता दिख रहा है. कई ऐसे प्रत्याशी भी हैं, जो सरकार के दबाव के चलते जिला प्रशासन पर उन्हें हराने के आरोप लगा रहे हैं. जी हां, भगवानपुर के सिकरोडा जिला पंचायत सीट से बसपा प्रत्याशी दानिस्ता खातून ने हरिद्वार जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि उन्हें जीत के बाद भी हारा हुआ घोषित किया गया. जिसके लिए वो कोर्ट जाएगी. अगर उनकी बात को नहीं सुना गया तो वो आत्महत्या भी कर सकती हैं.
हरिद्वार में जिला पंचायत की मतगणना समाप्त हो चुकी है. जिसकी आधिकारिक घोषणा जिला प्रशासन की ओर से जल्द ही की जाएगी. इससे पहले भगवानपुर ब्लॉक के सिकरोडा सीट से बसपा समर्थित जिला पंचायत की उम्मीदवार दानिस्ता खातून ने जिला प्रशासन पर आरोप मढ़े हैं. दानिस्ता खातून का कहना है कि मतगणना के दौरान उनके मुताबिक, वो 307 वोटों से विजयी हुईं. जिसके बाद अधिकारियों ने उच्चाधिकारियों के आने की बात कही गई. जिसके बाद आए उच्चाधिकारियों ने उसे 142 वोटों से विजयी बताया फिर जिलाधिकारी के आने की बात कही गई.
दानिस्ता खातून (Zilla Panchayat Candidate Danista Khatoon) ने बताया कि हरिद्वार सीडीओ की ओर से उनकी मतों की दोबारे काउंटिंग कराई गई. जिसमें उन्हें षड्यंत्र के तहत 66 वोटों से हारा हुआ घोषित कर दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि ये सब प्रदेश सरकार के दबाव में किया गया है. उन्होंने कहा कि वे अपने अधिकार के लिए कोर्ट की शरण लेंगी. अगर वहां भी उनकी सुनवाई नहीं होती है तो वो खुदकुशी भी कर सकती हैं.
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हरिद्वार में पंचायत चुनावः गौर हो कि उत्तराखंड में हरिद्वार जिला ऐसा है, जहां पंचायत चुनाव राज्य के बाकी 12 जिलों के साथ नहीं होते हैं. राज्य गठन के बाद से ही यह परिपाटी जारी है. बीते साल मार्च से जून के बीच पंचायतों का कार्यकाल खत्म होने के बाद इन्हें प्रशासकों के हवाले कर दिया गया था. अब पंचायत चुनाव (Haridwar Panchayat Election) हो गया है. बीती 26 सितंबर मतदान हुआ तो मतगणना 28 सितंबर को हुई.