हरिद्वार: वैश्विक महामारी कोरोना के चलते पिछले 3 महीनों से भी ज्यादा समय से लॉकडाउन की पाबंदियों के कारण उत्तराखंड में यात्रियों की आवाजाही काफी कम हो गई थी, जिससे यहां व्यापारी काफी परेशान थे. अब जैसे-जैसे आनलॉक के चलते पाबंदियां हटाई जा रही हैं, उससे व्यापारी वर्ग को आंशिक रूप से राहत मिलनी शुरू हो गई है.
शासन द्वारा जारी आदेशों के क्रम में हरिद्वार में अस्थि-विसर्जन के लिए आने वाले यात्रियों को अब हरिद्वार में विशेष परिस्थितियों में 24 घंटे प्रवास करने की अनुमति होगी. जिससे हरिद्वार में आने वाले यात्री अस्थि-विसर्जन के बाद यहां 24 घंटे रूक सकेंगे, जिससे पुरोहित समाज, व्यापारी वर्ग और कर्मकांड के लिए आने वाले तीर्थ यात्रियों को सुविधा मिलेगी.
शहर व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजीव नैयर ने सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया है. उन्होंने कहा है कि नए आदेशों के बाद व्यापारी वर्ग को आंशिक रूप से इसका लाभ मिलेगा. उन्होंने मुख्यमंत्री एवं शहरी विकास मंत्री से मांग की है कि कावड़ यात्रा को भी पूर्णतः प्रतिबंधित न करके सूक्ष्म रूप में चलाने की स्वीकृति प्रदान की जाए, जिससे लॉकडाउन के कारण आर्थिक संकट में चल रहे व्यापारी वर्ग को राहत मिल सके.
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वहीं, श्रद्धालुओं का कहना है कि अस्थि विसर्जन से संबंधित नई गाइडलाइन के अनुसार जो छूट प्रदान की गई है उससे श्रद्धालुओं को काफी सुविधा मिलेगी. क्योंकि, पहले दूरदराज के आने वाले यात्री अल्पकाल रुकने की पाबंदी के कारण काफी परेशान थे, जिससे कर्मकांड संबंधी कार्यक्रम जल्दी-जल्दी निपटाने पड़ते थे. साथ ही यात्रियों को कुछ ही घंटों में वापस भेजना पड़ता था. अब 24 घंटे के प्रवास के निर्णय से यात्रियों को काफी राहत मिली है, जिससे श्रद्धालु कर्मकांड, हवन-पूजन, पिंडदान आदि विधि विधान के साथ करा सकते हैं.