हरिद्वार: 24 अक्टूबर की आधी रात से हरिद्वार से बहने वाली गंग नहर को वार्षिक बंदी के चलते बंद कर दिया गया था. इस बीच गंग नहर में साफ-सफाई और मरम्मत के कार्य किए जाएंगे. लेकिन देश-विदेश से हर की पैड़ी में गंगा स्नान के लिए पहुंच रहे श्रद्धालु और तीर्थ पुरोहितों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
स्नान करने में श्रद्धालुओं को भारी परेशानी: श्रद्धालुओं ने बताया कि गंगा में पानी ना होने के करण स्नान करने में काफी परेशानी हो रही है. ऐसे में उन्होंने प्रशासन से स्नान लायक पानी छोड़ने की अपील की है. वहीं, तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी दशहरा से लेकर छोटी दिवाली तक के लिए गंग नहर को बंद कर दिया गया है. ऐसे में हर साल की तरह इस बार भी उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने हर की पैड़ी पर स्नान करने योग्य पानी नहीं दिया है, जिससे यहां पहुंच रहे श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
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उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग उचित मात्रा में छोड़ रहा पानी: उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के एसडीओ अनिल कुमार ने बताया कि हमारे द्वारा स्नान करने के लिए उचित मात्रा में गंगा जल हर की पैड़ी पर छोड़ा जा रहा है. जिससे श्रद्धालु मां गंगा में स्नान कर सके. साथ ही हमारे द्वारा यह भी ध्यान रखा जा रहा है कि भीड़ के अनुसार जितने जल की आवश्यकता है, उसको देखते हुए ही जल को छोड़ा जाए. उन्होंने कहा कि गंगा बंदी के दौरान गंगा की साफ-सफाई भी करनी होती है, इसलिए लिमिट में ही पानी छोड़ा जा सकता है.
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