हरिद्वार: भगवान शंकर के ससुराल दक्ष प्रजापति मंदिर में शिवरात्रि पर देर रात से ही भक्तों का तांता लगा रहा. श्रद्धालु महादेव का जलाभिषेक और दर्शन के लिए कतारों में खड़े नजर आए. वहीं, श्रद्धालु भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर मनोकामनाएं पूरी करने के लिए यहां पहुंच रहे हैं.
यह मान्यता है कि सावन के एक माह शिव अपनी ससुराल कनखल स्थित दक्ष प्रजापति में ही रहते हैं और इस दौरान जो भी यहां पर भोलेनाथ की पूजा अर्चना करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.
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दक्ष मंदिर के मुख्य पुजारी स्वामी विशेश्वर पूरी महाराज का कहना है कि सावन महीने में कोई भी महादेव का जलाभिषेक या पूजा करता है तो उसकी सभी कामनाएं पूरी हो जाती है. सावन में शिवरात्रि पर भोलेनाथ का अभिषेक करने का विशेष महत्व है. ऐसा करने वालों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है.
मान्यता है कि सावन महीने में महादेव दक्ष प्रजापति महाराज पर विराजमान रहते है और लोगों की मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए ही यहां रहते हैं. शिव मात्र जल चढ़ाने से ही प्रसन्न हो जाते हैं. उनका कहना है कि दुनिया के सभी मंदिरों में भगवान शिव लिंग रूप में विराजते हैं और वहां लिंग रूप की पूजा होती है. मगर, यह एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां भगवान राजा दक्ष के धड़ रूप में स्थापित है.