हरिद्वार: हिन्दू धर्म के अनुयायियों के लिए गुरु पूर्णिमा का खास महत्व है. इसी वजह से गुरु पूर्णिमा के दिन पूजा अर्चना का प्रावधान रखा गया है. इस दिन गुरुओं की पूजा की जाती है. इस साल लगातार दूसरी बार ग्रहण लग रहा है. ज्योतिषाचार्य का मानना है कि यह चंद्रग्रहण कई राशियों पर अपना प्रभाव दिखाएगा. बताया जा रहा है कि इससे पहले इस तरह का चंद्र ग्रहण 1965 में पड़ा था.
वहीं धर्मनगरी में लोग गुरु पूर्णिमा पर्व पर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. जिस वजह से गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई है. गौर हो कि गुरु पूर्णिमा का दिन हिंदू धर्म में बेहद खास माना जाता है. इस दिन गुरुओं की पूजा का विधान है. गुरु पूर्णिमा के दिन शिष्य अपने गुरु को गुरु दक्षिणा देते हैं. क्योंकि जो भी ज्ञान गुरु ने दिया है उस ज्ञान को पाकर शिष्य जीवन की हर कठिनाइयों को पार कर जाता है.
वहीं इससे पहले 1965 में गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण लगा था. इसके बाद यह चंद्रग्रहण फिर 2021 में पड़ेगा और इस चंद्रग्रहण को खंडग्रास चंद्रग्रहण कहा जाता है. जो चंद्रमा के आधे हिस्से में होता है.
इस चंद्रग्रहण को पूरे भारत में देखा जाएगा. इस चंद्रग्रहण को ज्योतिषाचार्य काफी बड़ा मान रहे हैं. ज्योतिषाचार्य का मानना है कि यह चंद्रग्रहण कई राशियों पर अपना प्रभाव दिखाएगा.
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ज्योतिषाचार्य प्रतीक मिश्र पुरी का कहना है कि गुरु पूर्णिमा का स्नान, अमावस्या का स्नान और ग्रहण का स्नान सबसे ज्यादा फलदायक होता है. हरिद्वार हर की पौड़ी पर गंगा स्नान गुरु पूर्णिमा पर किया जाता है और जब कर्क राशि में सूर्य आ जाते हैं तो काफी फलदायक साबित होता है. आज गुरु पूर्णिमा पर कर्क राशि में सूर्य प्रवेश के साथ ही चंद्रग्रहण भी पड़ रहा है. इसलिए यह दिन काफी विशेष है, क्योंकि गुरु पूर्णिमा पर सक्रांति पड़ रही है. चंद्रग्रहण भी पड़ रहा है इसलिए यह स्थान काफी महत्वपूर्ण है.
ज्योतिषाचार्य प्रतीक मिश्रपुरी का कहना है कि आज सबसे पहले अपने गुरु की पूजा के बाद गंगा स्नान करें और अपनी राशि के हिसाब से दान करें. रात्रि काल से पहले सूतक काल लग जाएगा, इस दौरान मूर्ति को छुआ नहीं करते. सिर्फ मानसिक जाप किया जाता है. ग्रहण काल के बाद उड़द की दाल चावल और नमक के डल्ले दान करने चाहिए. इस दिन स्नान करने से कुंभ के स्नान करने का फल प्राप्त होता है. गुरु पूर्णिमा पर पड़ रहे इस चंद्रग्रहण को देश भर में देखा जा सकता है.
इस बार चंद्रग्रहण को खुली आंखों से देख सकते हैं. यह पूर्ण ग्रहण है जो महिलाएं गर्भवती हैं वो घर से बाहर ना निकले और एक नारियल अपने पास रख कर सोएं. क्योंकि यह ग्रहण सोते हुए ही खत्म हो जाएगा. ग्रहण खत्म होने के बाद प्रात:काल गंगा स्नान करें.
इस चंद्रग्रहण में मकर राशि धनु राशि और कर्क राशि जिसमें सूर्य है और मकर धनु राशि में चंद्रमा है, इसलिए इन राशियों पर चंद्रग्रहण अपना काफी प्रभाव दिखाएगा. इसकी वजह से कई प्राकृतिक आपदा भी आ सकती है और यह पानी की वजह से ही आएंगी. चंद्र ग्रहण की वजह से बाढ़ आने का भी खतरा है.
चंद्रग्रहण तकरीबन ढाई घंटे तक दिखाई देगा. रात्रि 1:31 से शुरू होकर 4:30 तक रहेगा. इस चंद्रग्रहण में मकड़ धनु और कर्क राशि वालों को काफी सावधानी बरतनी पड़ेगी. साथ ही दान पूर्ण करने से उनको लाभ होगा. वहीं गुरु पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का खास महत्व है.