हरिद्वार : वार्षिक बंदी के दौरान सफाई और अन्य दूसरे कार्य किए जाने को लेकर गंगनहर को बंद कर दिया जाता है. नहर के बंद होने के कारण पौड़ी स्थित पौराणिक ब्रह्मकुंड में भी जल का स्तर कम हो गया है. इस कारण धर्मनगरी की गंगा में स्नान करने और पुण्य कमाने की कामना करने वाले श्रद्धालुओं के हाथ मायूसी ही लग रही है.
ब्रह्मकुंड और आसपास के क्षेत्रों में श्रद्धालुओं को डुबकी लगाने के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिलने के कारण श्रद्धालु मायूस नजर आ रहे हैं. श्रद्धालुओं का कहना है कि इस बार पूर्व के समय के अनुरूप गंगा में काफी कम पानी नजर आ रहा है, गंगा में सफाई व्यवस्था भी कहीं नजर नहीं आ रही है. श्रद्धालुओं ने यह भी कहा कि वे इस बार यह गंगा का पानी भी नहीं ले जा रहे क्योंकि पानी काफी गंदा नजर आ रहा है.
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श्रद्धालुओं ने यह भी कहा कि हर बार स्थानीय प्रशासन द्वारा कहा जाता है कि गंगा में पर्याप्त जल श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध कराया जाएगा, मगर हर बार की तरह इस बार भी गंगा में जल उपलब्ध नहीं कराया गया है. श्रद्धालुओं का कहना है कि उनकी आस्था को देखते हुए सरकार को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है.