लक्सरः गनौली गांव में स्थित एक तालाब में मगरमच्छ घुसने से ग्रामीणों के होश फाख्ता हो गए. मौके पर मौजूद लोगों ने आनन-फानन में इसकी सूचना वन विभाग को दी. सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर उसे तालाब से बाहर निकाला. वहीं, टीम ने मगरमच्छ को बाणगंगा क्षेत्र में छोड़ दिया है. जिसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली.
बरसात के दौरान लक्सर और खानपुर क्षेत्र के गंगा से सटे अधिकांश गांवों के तालाबों में मगरमच्छों का मिलना आम बात हो गया है. इन गांवों के तालाबों में अक्सर मगरमच्छ देखने को मिल जाते हैं. वन विभाग की मानें तो बरसात के दिनों में मगरमच्छ गंगा नदी क्षेत्र से बहकर गांव के तालाबों में पहुंच जाते हैं, लेकिन यहां से वापस नहीं लौट पाते हैं. जिसके चलते तालाबों में ही मगरमच्छ ठहर जाते हैं.
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इसी कड़ी में शुक्रवार को लक्सर क्षेत्र के गनौली गांव स्थित तालाब में एक मगरमच्छ आ गया था. जिसे देख इलाके में हड़कंप मच गया. जिसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी. सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने तालाब में जाल बिछाकर मगरमच्छ को पकड़ा और बाणगंगा क्षेत्र में छोड़ दिया.
उधर, मुंडाखेड़ा कला, अकोढा कला, खेड़ी सादाबाद, महाराजपुर, शेरपुर, बेला चंद्रपुरी, भीकमपुर समेत दर्जनों गांवों में मगरमच्छों के होने की खबर है. ग्रामीणों ने बताया कि तीन-चार दिनों पहले गांव के तालाब में एक मगरमच्छ आ गया था. जिसने तालाब में पाली गई सारी मछलियां खा ली हैं.
वहीं, वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि संसाधनों की कमी के चलते तालाब में घुसे मगरमच्छ को आसानी से नहीं पकड़ा जा सकता है. फिर भी उनके द्वारा शिकायत मिलने पर हर संभव प्रयास किए जाते हैं.