हरिद्वार: ऋषिकेश के पास राजाजी टाइगर रिजर्व की चीला रेंज में सोमवार आठ जनवरी शाम को हुए सड़क हादसे में मारे गए दो रेंज अधिकारियों का आज मंगलवार नौ जनवरी को हरिद्वार में अंतिम संस्कार किया गया. इस हादसे में कुल चार लोगों की मौत हो हुई थी. वहीं पांच कर्मचारी घायल हुए थे. इसके अलावा एक महिला अधिकारी चीला शक्ति नहर में लापता है, जो हादसे के दौरान नहर में गिर गई थी.
हरिद्वार के खड़खड़ी श्मशान घाट पर चीला रेंज अधिकारी शैलेश घिल्डियाल को उनके भाई आईएएस मंगेश घिल्डियाल, जो पीएमओ में उपसचिव के पद पर कार्यकरत है, उन्होंने मुखाग्नि दी. वहीं दूसरे रेंज अधिकारी प्रमोद ध्यानी का अंतिम संस्कार भी खड़खड़ी श्मशान घाट पर ही किया गया. प्रमोद ध्यानी के बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी. दोनों ही अधिकारियों को वनकर्मियों ने सलामी दी.
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इस दौरान उत्तराखंड के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन समीर सिन्हा ने कहा कि यह एक दु:खद हादसा है. उन्होंने हादसे की जांच के आदेश दिए है. इसके साथ ही इस घटना में घायल हुए सभी वनकर्मियों के परिजनों के साथ पूरा विभाग खड़ा है. इस हादसे में अपनी जान गवाने वाले अधिकारियों और कर्मचारी के परिजनों की मुआवजा दिया जाएगा. साथ ही चीला शक्ति नगर में लापता वार्डन आलोकि की तलाश की जा रही है. अभीतक उनका कोई सुराग नहीं लग पाया है.
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बता दें कि राजाजी टाइगर रिजर्व की चीला रेंज में इलेक्ट्रिक व्हीकल का ट्रायल किया जा रहा है. वाहन में ड्राइवर समेत 10 लोग सवार थे. कंपनी का ड्राइवर ही गाड़ी चल रहा था. वाहन हरिद्वार से ऋषिकेश की तरफ जा रहा था, तभी बीच रास्ते में अचानक ड्राइवर का गाड़ी से नियंत्रण खो गया और गाड़ी बेकाबू होकर सीधे पेड़ से टकरा कर पलट गया. इस हादसे में रेंज अधिकारी शैलेश घिल्डियाल और रेंज अधिकारी प्रमोद ध्यानी समेत चार लोगों की मौत हो गई थी. वहीं महिला अधिकारी नहर में गिर गई थी, जिसका अभीतक कुछ पता नहीं चल पाया था.