हरिद्वार: उत्तराखंड पुलिस ने जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी और साध्वी अन्नपूर्णा को पेश होने का नोटिस भेजा है. हरिद्वार कोतवाली थाने के एसएचओ राकेंद्र सिंह कठैत ने बताया कि, पुलिस ने अब तक रिजवी और साध्वी अन्नपूर्णा को पेशी का नोटिस भेजा है. धर्मदास को भी नोटिस भेजा जाएगा जो इस सिलसिले में दर्ज प्राथमिकी में तीसरे नामजद हैं.
इससे पहले, धर्म संसद के आयोजकों द्वारा गठित कोर कमेटी के सदस्यों ने मंगलवार को पुलिस को एक अर्जी देकर एक मौलाना के खिलाफ काउंटर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की, जिसमें उन पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया गया था. वहीं, ये पूछे जाने पर कि क्या मामले में काउंटर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी, एसएचओ ने कहा कि सब कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि जांच कैसे आगे बढ़ती है.
उन्होंने कहा, 'हम आयोजन के आयोजकों द्वारा गठित कोर कमेटी की ओर से जमा किए गए आवेदन पर गौर कर रहे हैं और यदि आवश्यक हुआ तो प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.' कठैत ने कहा कि पुलिस को जिम्मेदारी से जांच करनी होगी क्योंकि वह भी अदालत के प्रति जवाबदेह है.
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उन्होंने कहा, 'हम केवल आरोपों के आधार पर किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकते और किसी को दंडित नहीं कर सकते. आरोपों की जांच की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी.'
गौर हो कि बीते रोज हेट स्पीच मामले में हरिद्वार से एक वीडियो सामने आया था, जिसमें देखा जा सकता है कि एसएचओ राकेंद्र सिंह कठैत के सामने तमाम वो तमाम संत खड़े हैं जो धर्म संसद में मौजूद थे. इन्हीं संतों को वीडियो में हेट स्पीच देते हुए पूरी दुनिया ने देखा है. ये संत पुलिस को तहरीर सौंपते हुए हंसी मजाक कर रहे थे और हैरानी की बात ये थी कि जिस जितेंद्र नारायण से पुलिस को पूछताछ करनी चाहिए थी वो भी पुलिस के साथ खड़ा था. वहीं, स्वामी यति नरसिंहानंद तो यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि निष्पक्षता की बात ही क्या है, लड़का हमारा है, हमारी तरफ होगा.