रुड़की: ऊर्जा निगम (Roorkee Energy Corporation) के विद्युत वितरण मंडल में अधीक्षण अभियंताओं (Roorkee Superintending Engineer) में चार्ज लेने को लेकर विवाद हो गया. चार्ज लेने आए अधीक्षण अभियंता की तहरीर पर तबादला हुए अधीक्षण अभियंता समेत चार लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है. पुलिस ने (Roorkee Police) तहरीर के आधार पर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया, बताया गया है कि वह सब बाहरी लोग थे.
दरअसल, रुड़की की सिविल लाइन कोतवाली (Roorkee Civil Line Kotwali) में दी गई तहरीर में अधीक्षण अभियंता अमित कुमार ने बताया कि उनका तबादला निगम की ओर से रुड़की में अधीक्षण अभियंता के पद पर हुआ था, जैसे ही वह कार्यभार लेने आए दो लोगों ने उन्हें दरवाजे पर ही रोक दिया, इस पद पर अब तक रहे मुनीश चंद्रा का तबादला हो गया था. मुनीश चंद्रा को उनके सरकारी नंबर पर फोन किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया, इसके बाद उन्होंने हरिद्वार क्षेत्र के मुख्य अभियंता संजय कुमार टम्टा को कई बार उनके सरकारी नंबर पर फोन मिलाया, उनका फोन भी नहीं उठा.
पढ़ें-रुड़की GGS की प्रधानाचार्य ने चार छात्राओं की TC पर किया रेड मार्क, कहीं नहीं मिल रहा एडमिशन
उसके बाद निदेशक परिचालन मदन लाल प्रसाद को फोन किया, उन्होंने फोन उठाया और उन्हें बताया कि अधीक्षण अभियंता मुनीश चंद्रा के लोगों द्वारा कार्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है. मुनीश चंद्रा द्वारा कार्यभार न देने की बात बताई, मुनीश चंद्रा को उनके सरकारी फोन पर व्हाट्सएप मैसेज भी किए, आरोप है कि मुनीष चंद्रा ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. उनके तीन लोगों ने चार्ज लेने से रोक दिया, वहीं उच्चाधिकारियों के आदेश पर शाम को कार्यभार स्थानांतरण कराया.
पढ़ें-रुड़की के सलेमपुर गांव में पंजाब पुलिस की छापेमारी, नशे के सौदागर को पकड़ा!
पुलिस ने चार्ज लेने आए अधीक्षण अभियंता अमित कुमार की तहरीर पर तबादला हुए अधीक्षण अभियंता समेत तीन लोगों के खिलाफ सरकारी काम में बांधा डालने सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. मामले में जब्बार निवासी गदरजुडा मंगलौर, विजय निवासी तितावी मुजफ्फरनगर, शिवम निवासी कुरड़ी मंगलौर को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं सिविल लाइन कोतवाली के एसएसआई केदार सिंह चौहान ने बताया कि आरोपी अधीक्षण अभियंता को नोटिस तामील कराया जाएगा, बाकी तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है. अधीक्षण अभियंता सरकारी सेवक हैं, बाकी तीन बाहरी लोग थे, उनके खिलाफ सरकारी कामकाज में बांधा डालने पर कार्रवाई की गई है.