हरिद्वारः बहादराबाद थाने के बाहर चल रहा कांग्रेसियों का धरना समाप्त हो गया है. जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे और एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत के आश्वासन पर कांग्रेसियों ने अपना अनशन तोड़ा. कांग्रेस नेता हरीश रावत ने प्रशासन को 10 नवंबर तक मुकदमे हटाने की मोहलत दी है. साथ ही इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हुई तो फिर से धरना देने की चेतावनी दी है. मामला हरिद्वार पंचायत चुनाव के बाद कांग्रेसियों पर मुकदमे से जुड़ा है.
दरअसल, हरिद्वार पंचायत चुनाव (Haridwar Panchayat Election) के दौरान बहादराबाद मतगणना केंद्र (Bahadarabad Counting Center) पर पंचायत चुनाव की काउंटिंग के समय पुलिस पर पत्थरबाजी (stone pelting on police) हुई थी. मामले में कई कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर मुकदमे दर्ज हुए हैं. इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस लगातार विरोध कर रही है. बीते दिनों कांग्रेस विधायक अनुपमा रावत ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न और झूठे मुकदमे दर्ज कराने का आरोप लगाते हुए बहादराबाद थाने के बाहर धरने पर बैठी थीं. इस दौरान उन्होंने कहा जिन कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर बीजेपी के दबाव में मुकदमा दर्ज किया गया है, उन्हें तत्काल वापस लिया जाए.
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इतना ही नहीं बीती 21 अक्टूबर को अनुपमा रावत (Congress MLA Anupama Rawat) के समर्थन में कांग्रेसी कार्यकर्ता भैंसा गाड़ी लेकर बहादराबाद थाने पहुंच गए थे. अनुपमा रावत और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने थाना परिसर में ही भैंस बांध दी थी. इस दौरान कांग्रेसियों और पुलिसकर्मियों के बीच जमकर बहस बाजी भी हुई. बहादराबाद थाना परिसर में भैंस बांधने का वीडियो भी वायरल हुआ था.
वहीं, मामले को लेकर कांग्रेस के अन्य विधायक, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और फिर खुद हरीश रावत (Harish Rawat Protest in Haridwar) धरने में शामिल होने बहादराबाद थाने पहुंचे. उन्होंने थाने में रातभर धरना दिया. रात के बाद सुबह के समय हरीश रावत थाना परिसर में ही कसरत करते दिखाई दिए. अब प्रशासन के आश्वासन के बाद उनका धरना प्रदर्शन समाप्त हो गया है.
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