हरिद्वार/रुड़की: कोरोना काल में हरिद्वार में आयोजित होने वाले महाकुंभ की तैयारी को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद हो चुका है. कुंभ मेले को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है. इस महाकुंभ में करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु उत्तराखंड में प्रवेश करेंगे. जिसके चलते प्रशासन किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतना चाहता. इसे देखते हुए गुरुवार को खुद त्रिवेंद्र सिंह रावत कुंभ मेले की तैयारियों का जायजा लेने पहले हरिद्वार और उसके बाद नारसन बॉर्डर पहुंचेंगे.
कुंभ कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करेंगे सीएम
कल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कुंभ कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करेंगे. इस दौरान वे तमाम मेला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी करेंगे. कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत ने बताया कि हम मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को बताएंगे कि हरिद्वार की कई सड़कें, पीडब्ल्यूडी और नगर निगम द्वारा बनाई जा रही है. उसके सभी टेंडर हो चुके हैं. कई जगह कार्य भी चल रहे हैं. मुख्य शहर की सभी सड़कों का काम दिसंबर तक पूरा कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि कल मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत रानीपुर झाल पर बंद ब्रिज और हर की पौड़ी के कार्यों का निरीक्षण करेंगे.
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नारसन बॉर्डर जाएंगे CM
मुख्यमंत्री के निरीक्षण को लेकर जिलाधिकारी हरिद्वार सी रविशंकर आज नारसन बॉर्डर पर पहुंचे. जहां मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारियों को लेकर उन्होंने अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए. जिलाधिकारी ने बताया कि आगामी कुम्भ मेले के आयोजन को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री उत्तराखंड के नारसन बॉर्डर का निरीक्षण करेंगे.
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उन्होंने बताया कुभ मेले की तैयारियों के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कोविड की व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण करेंगे. उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में प्रवेश करने वाले सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रिनिंग कर कोरोना जांच को लेकर विचार किया जायेगा. जिसके लिए तमाम व्यवस्थाए बॉर्डर पर मौजूद हैं.
मेला पुलिस ने भी पूरी की तैयारियां
कुंभ मेले की सुरक्षा को देखते हुए कुंभ मेला पुलिस द्वारा तमाम तरह की तैयारियां की जा रही है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत इन तैयारियों का भी जायजा लेंगे. कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल का कहना है कि कुंभ मेले में जितने भी विभाग कार्य कर रहे हैं उनकी भी समीक्षा बैठक की जाएगी. मेला पुलिस द्वारा भी अपनी तरह से सारी तैयारियां की जा रही हैं.
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वहीं, कुंभ मेले के कार्य को लेकर अखाड़ा परिषद और संत समाज लगातार अपनी नाराजगी जाहिर कर रहा है. महंत अरुण दास का कहना है कि कुंभ मेले के कार्य काफी धीमी गति से हो रहे हैं. उन्होंने कहा डेढ़ महीने बाद कुंभ मेला शुरू हो जाएगा. शासन और मेला प्रशासन को करने में तेजी लाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अधिकारियों को निर्देशित करें कि 14 जनवरी, मकर सक्रांति स्नान पर भव्यता और दिव्यता नजर आनी चाहिए. जैसे नासिक, उज्जैन और इलाहाबाद में भव्य कुंभ हुआ है, उसी तरह हरिद्वार का कुंभ भी भव्य होना चाहिए.