लक्सर: शहर के मुख्य चिकित्सक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक महिला का प्रसव कराने के बदले सीएचसी कर्मचारियों ने दस हजार रुपये की मांग की. रुपये न देने पर कर्मचारियों ने महिला की हाई रिस्क प्रेगनेंसी बताकर प्रसव करने से मना कर दिया. जिसके बाद महिला ने निजी अस्पताल में नार्मल डिलीवरी से बच्चे को जन्म दिया. वहीं, परिजनों ने इसकी शिकायत सीएचसी के अधीक्षक से की है.
बता दें कि लक्सर के खड़ंजा कुतुबपुर निवासी अब्दुल वसी की पत्नी गुल्फसा गर्भवती थी. परिजन गर्भवस्था के शुरुआती दिनों से ही महिला का इलाज लक्सर सीएचसी में करा रहे थे. प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने महिला को सीएचसी लक्सर में भर्ती करने का मांग की.
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आरोप है कि सीएचसी के प्रसव विंग में तैनात महिला डॉक्टर ने भर्ती करने के बदले परिजनों से दस हजार रुपये मांगे. जब परिजनों ने रुपये देने से मना किया तो महिला डॉक्टर ने प्रसूता को काला पीलिया बताकर हैपेटाइटिस बी होने की बात कही. साथ ही प्रसूता की हाई रिस्क प्रेगनेंसी बताकर भर्ती करने से इनकार कर दिया. जिसके बाद परिजनों ने प्रसूता को लक्सर के ही एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां प्रसूता ने नार्मल डिलीवरी से बच्चे को जन्म दिया.
वहीं, महिला के परिजनों ने लक्सर सीएचसी पहुंचकर डॉ. अनिल वर्मा से प्रसव कराने के बदले सुविधा शुल्क मांगने की शिकायत की. सीएचसी अधीक्षक डॉ. अनिल वर्मा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.