रुड़की: चमोली में सब इंस्पेक्टर पद पर तैनात स्नेहा ने इंटरनेशनल गेम कुराश में सिल्वर मेडल जीत कर देश का नाम रोशन किया है. स्नेहा रुड़की के लिब्बरहेड़ी गांव की निवासी है. स्नेहा ने बताया कि इस गेम में 60 देशों से करीब 600 प्लेयर शामिल थे, स्नेहा ने अपनी जीत का श्रेय उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार को दिया है.
बता दें कि स्नेहा रुड़की के लिब्बरहेड़ी गांव की रहने वाली हैं. स्नेहा के पति शुभम लोहान भी जूडो में नेशनल चैंपियन रहे हैं. वहीं, अब उनकी पत्नी स्नेहा लोहान ने कुराश खेल में महारत हासिल की है. हाल में ही पुणे में आयोजित इंटरनेशनल चैंपियनशिप में स्नेहा ने कुराश खेल में सिल्वर मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है.
इस खेल में 60 देशों की टीम ने भाग लिया था. जिसमे स्नेहा लोहान ने कुराश में सिल्वर मेडल जीत कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है. खास बात यह है कि दोनों पति-पत्नी देश के लिए सेवा भी दे रहे हैं, जहां पति शुभम बीएसएफ दिल्ली में तैनात हैं. वहीं, पत्नी स्नेहा चमोली में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं.
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स्नेहा के पति शुभम ने बताया कि जब वह 5 साल के थे. तभी से खेल के प्रति उनका रुझान रहा था. वहीं, उनकी बहन, पिता और भाई भी खेलों में अपना समय देते आ रहे हैं और सब जूडो में महारथ हासिल कर चुके हैं. वहीं, स्नेहा की ससुराल में तो सब खिलाड़ी है ही. वहीं, उनके मायके में भी उनकी बहन भी खिलाड़ी रह चुकी हैं.
स्नेहा ने कहा कि अगर खुद को तंदुरुस्त रखना है और देश का नाम रोशन करना है तो मोबाइल जैसी चीजों में समय व्यर्थ ना करके, खेलों की तरफ ध्यान देना बेहतर है. दोनों खिलाड़ियों की इच्छा एशियन गेम में देश के लिए स्वर्ण पदक जीतने की है. वहीं, स्नेहा ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार और अपने परिवार को दिया है.