हरिद्वार: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद से जुड़े साधु-संतों के दूसरे गुट ने निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रविंद्र पुरी को नया अध्यक्ष घोषित कर दिया है. प्रयागराज में हुई ताजपोशी के बाद हरिद्वार स्थित निरंजनी अखाड़े के साधु-संतों में खास उत्साह दिखाई दिया. साधु-संतों ने ढोल नगाड़ों के साथ झूमते हुए एक दूसरे को मिठाई खिलाकर अपनी खुशी का इजहार किया.
इस दौरान निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रामरतन गिरि ने कहा प्रयागराज में रविंद्र पुरी महाराज की ताजपोशी अखाड़े के नियमों के अनुसार हुई है. बैठक में आठ अखाड़ों के साधु-संतों का बहुमत उन्हें मिला है. उन्होंने कहा रविंद्र पुरी बहुत ही अनुभवी संत हैं. वे बहुत जल्द ही अखाड़ा परिषद से जुड़े अन्य अखाड़ों के साधु-संतों को मनाकर एक मंच पर ले आएंगे.
दूसरी ओर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की मौत के बाद अखाड़ा परिषद दो गुटों में बंट गया है. हरिद्वार में सात अखाड़ों के समर्थन से घोषित अखाड़ा परिषद के नए महामंत्री महंत राजेंद्रदास ने इस ताजपोशी को अवैध बताया है. उन्होंने अपनी कार्यकारिणी को ही वैध बताया है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रयागराज में हुई बैठक में निर्मल अखाड़े में फर्जी साधु-संतों को शामिल कर बहुमत का झूठा दावा किया गया है, जबकि पूर्व में इन संतों को अखाड़ा परिषद ने खुद बाहर कर दिया था.