लक्सर: मर्चेंट नेवी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर दो लोगों ने क्षेत्र के चार बेरोजगार युवकों से लगभग 10 लाख रुपए की रकम ठग ली. चार साल तक युवकों की नौकरी नहीं लगने पर तथा आरोपियों के रकम वापस नहीं देने से हताश पीड़ित युवकों ने कोर्ट का सहारा लिया. पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
बता दें कि लक्सर कोतवाली क्षेत्र के डोसनी गांव निवासी शेखर का खानपुर थाना अंतर्गत गांव धर्मपुर निवासी विकास से जान पहचान थी. जिससे ज्ञात हुआ है कि विकास पूर्व में नेवी में सर्विस कर चुका है. उसने एक प्लेसमेंट एजेंसी भी खोल रखी है, जिसके माध्यम से वह बेरोजगारों को नौकरी दिलाता है. शेखर ने बेरोजगार होने के कारण उससे नौकरी के विषय में जानकारी की, तो उसने मर्चेंट नेवी में नौकरी लगवाने का भरोसा दिलाते हुए ढाई लाख रुपए की मांग की.
वहीं, शेखर ने नौकरी की तलाश कर रहे अपने रिश्तेदार राहुल पुत्र भोला, राहुल पुत्र ओमपाल तथा मयंक पुत्र अरविन्द से संपर्क कर उन्हें भी नौकरी के लिए तैयार कर लिया. इसके बाद विकास ने अपने साथी युवक फैजल निवासी ज्वालापुर से इन युवकों को मिलवाया, जिसके कहने पर चारों ने अपने शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र, आधार कार्ड आदि आवश्यक कागजों के साथ उन्हें 6 लाख रुपये नकद दे दिए. बाद में उन्होंने दो बार में तीन लाख 82 हजार रुपये और दिए.
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कुछ दिन बाद विकास और फैजल ने शेखर को छोड़कर तीनों युवकों को कोलंबो में ज्वाइन करने की बात कही और उन्हें मुंबई से कोलंबो तक का हवाई जहाज का टिकट भी भेज दिया. साथ ही शेखर को भी जल्दी ही ज्वाइनिंग का भरोसा दिया. मुंबई पहुंचने पर एयर टिकट व ज्वाइनिंग लेटर जांच करने पर फर्जी पाए गए. वहीं युवकों का कहना है कि वापस आने पर उन्होंने इसकी तहरीर पुलिस को दी थी, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.
वहीं, लक्सर कोतवाल नितेश शर्मा ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, जांच करने के बाद जल्द मामले का खुलासा कर लिया जाएगा और दोषियों को उनके किए की सजा जरूर मिलेगी.