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जोशीमठ अब रहने लायक नहीं, इस पहलू पर भी हुई चूकः गणेश जोशी

उत्तराखंड का ऐतिहासिक और पौराणिक नगर जोशीमठ भू धंसाव की चपेट में है. यहां लगातार चौड़ी होती दरारें इस ओर इशारा कर रही है कि आने वाले समय बड़ी अनहोनी हो सकती है. ऐसे में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने भी माना है कि अब जोशीमठ रहने लायक नहीं है. सरकार लोगों की साथ खड़ी है.

Ganesh Joshi Statement on Joshimath
जोशीमठ पर गणेश जोशी का बयान
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Published : Jan 8, 2023, 7:19 AM IST

Updated : Jan 8, 2023, 7:44 AM IST

जोशीमठ को लेकर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी का बयान.

हरिद्वारः जोशीमठ में भू धंसाव की स्थिति भयावह (Joshimath land subsidence) होती जा रही है. जिस पर उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी का भी बयान सामने आया है. गणेश जोशी का कहना है कि जोशीमठ में स्थिति वास्तव में चिंताजनक है. मौके पर सभी अधिकारी, वैज्ञानिक और केंद्रीय टीम पहुंच चुकी है. जो इस त्रासदी की वजह को जानने का प्रयास कर रही हैं, लेकिन यह वास्तविकता है कि जोशीमठ अब रहने लायक नहीं रह गया (Ganesh Joshi said Joshimath is no longer livable) है. वहीं, मिश्रा आयोग की रिपोर्ट पर उन्होंने कहा कि इस पहलू पर कहीं न कहीं चूक हुई है.

उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी का कहना (Ganesh Joshi Statement on Joshimath Cracks) है कि वैज्ञानिक और सभी अधिकारी जोशीमठ में हैं. फिलहाल, अभी उन कारणों को खोजा जा रहा है कि जिस वजह से इतनी बड़ी घटना हुई. वहीं, मिश्रा आयोग की रिपोर्ट पर गणेश जोशी का कहना है कि 45 साल पहले ही जोशीमठ को लेकर चेतावनी दे दी गई थी. वास्तव में कहीं न कहीं इस पहलू पर चूक भी है. फिलहाल, कोई टनल तो कोई भूस्खलन को वजह बता रहा है, लेकिन जब तक पूरे फैक्ट सामने न आ जाएं, तब तक इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं है, लेकिन सरकार जोशीमठ के लोगों के साथ खड़ी है.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड के कई और शहरों पर भी जोशीमठ की तरह मंडरा रहा खतरा, एक्सपर्ट की राय पर गौर करने की जरूरत

वहीं, गणेश जोशी ने कहा कि जोशीमठ हर दृष्टि से महत्वपूर्ण है. क्योंकि, जोशीमठ हमारे तीर्थों का एक द्वार है. यहां पर सेना की यूनिट भी रहती है. ऐसे में सामरिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है. जिसे लेकर सरकार भी चिंता कर रही है. केंद्र की टीम भी जोशीमठ में है. वो भी मौके पर अध्ययन कर रही है. जो भी बेहतर होगा, वहां की स्थिति के लिए वो किया जाएगा. इसके अलावा गणेश जोशी का कहना है कि भविष्य में इस तरह का प्लान बनाया जाएगा. जिससे इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो. उन्होंने कहा कि किसी की जान से ज्यादा कुछ कीमती नहीं हो सकता है. फिलहाल, पर्यटकों को रोका गया है. जैसे-जैसे स्थिति सामान्य होगी, उन्हें जोशीमठ के लिए अनुमति दी जाएगी.
ये भी पढ़ेंः जोशीमठ आपदा पीड़ितों ने मैगी खाकर गुजारी रात, ग्राउंड जीरो से Reality Check

जोशीमठ को लेकर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी का बयान.

हरिद्वारः जोशीमठ में भू धंसाव की स्थिति भयावह (Joshimath land subsidence) होती जा रही है. जिस पर उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी का भी बयान सामने आया है. गणेश जोशी का कहना है कि जोशीमठ में स्थिति वास्तव में चिंताजनक है. मौके पर सभी अधिकारी, वैज्ञानिक और केंद्रीय टीम पहुंच चुकी है. जो इस त्रासदी की वजह को जानने का प्रयास कर रही हैं, लेकिन यह वास्तविकता है कि जोशीमठ अब रहने लायक नहीं रह गया (Ganesh Joshi said Joshimath is no longer livable) है. वहीं, मिश्रा आयोग की रिपोर्ट पर उन्होंने कहा कि इस पहलू पर कहीं न कहीं चूक हुई है.

उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी का कहना (Ganesh Joshi Statement on Joshimath Cracks) है कि वैज्ञानिक और सभी अधिकारी जोशीमठ में हैं. फिलहाल, अभी उन कारणों को खोजा जा रहा है कि जिस वजह से इतनी बड़ी घटना हुई. वहीं, मिश्रा आयोग की रिपोर्ट पर गणेश जोशी का कहना है कि 45 साल पहले ही जोशीमठ को लेकर चेतावनी दे दी गई थी. वास्तव में कहीं न कहीं इस पहलू पर चूक भी है. फिलहाल, कोई टनल तो कोई भूस्खलन को वजह बता रहा है, लेकिन जब तक पूरे फैक्ट सामने न आ जाएं, तब तक इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं है, लेकिन सरकार जोशीमठ के लोगों के साथ खड़ी है.
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वहीं, गणेश जोशी ने कहा कि जोशीमठ हर दृष्टि से महत्वपूर्ण है. क्योंकि, जोशीमठ हमारे तीर्थों का एक द्वार है. यहां पर सेना की यूनिट भी रहती है. ऐसे में सामरिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है. जिसे लेकर सरकार भी चिंता कर रही है. केंद्र की टीम भी जोशीमठ में है. वो भी मौके पर अध्ययन कर रही है. जो भी बेहतर होगा, वहां की स्थिति के लिए वो किया जाएगा. इसके अलावा गणेश जोशी का कहना है कि भविष्य में इस तरह का प्लान बनाया जाएगा. जिससे इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो. उन्होंने कहा कि किसी की जान से ज्यादा कुछ कीमती नहीं हो सकता है. फिलहाल, पर्यटकों को रोका गया है. जैसे-जैसे स्थिति सामान्य होगी, उन्हें जोशीमठ के लिए अनुमति दी जाएगी.
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Last Updated : Jan 8, 2023, 7:44 AM IST
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