लक्सर: भारतीय किसान यूनियन भानु के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि किसान देश की आर्थिक स्थिति की रीढ़ है. उन्होंने कहा कि देश की बागडोर किसान उसके हाथों में सौंपेगा जो ईमानदार होगा. उन्होंने कहा कि यह देश किसी की जागीर नहीं बल्कि देशवासियों का है. भानु प्रताप ने किसान आयोग गठन में भी विफलता पर नाराजगी जताते हुए पत्रकार के शहीद होने पर दो करोड़ और सैनिक के शहीद होने पर उनके परिवार को पांच करोड़ रुपये दिए जाने की मांग की.
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस द्वारा स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू नहीं की गई तो इस प्रदेश के किसानों ने कांग्रेस को देश से उखाड़ फेंका. यह किसानों की ही देन है कि आज हर तरफ भाजपा अपना परचम लहरा रही है. उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछले सत्तर सालों में त्याग, तपस्या और बलिदान की कहानी लिख दी है.
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भानु प्रताप ने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए कि वह किसानों का तमाम तरह का कर्जा माफ करे. साथ ही उनके बिजली के ट्यूबवेलों का भी कर्ज माफ होना चाहिए. उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा गन्ना, धान, गेहूं, तिलहन व दलहन की पैदावार की जाती है. इसलिए अगर खाद्यान्न पैदा नहीं होगा, तो देशवासी क्या खाएंगे. भानु प्रताप सिंह ने कहा किसानों की बिजली फ्री होनी चाहिए. उन्होंने आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर देश के किसानों की किसी ने भी नहीं सुनी, तो किसान खुद अपने संगठन के ईमानदार लोगों को चुनाव मैदान में उतारकर उन्हें जीत दिलाएंगे.