रुड़की: गन्ना मूल्य, बकाया भुगतान और पुलिस प्रशासन की कार्यशैली से नाराज भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने किसान जागरूकता अभियान शुरू किया है. जिसके तहत गांव-गांव जाकर किसानों को जागरुक किया जा रहा है. बैठकों के जरिये किसानों और युवाओं को उनके हक की जानकारी दी जा रही है.
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इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष पदम रोड ने बताया कि राज्य और केंद्र सरकार किसान हितैषी होने का दावा करती है. लेकिन किसान विरोधी नीतियों पर काम कर रही है. किसानों को डबल मार झेलनी पड़ रही है. जहां किसानों का गन्ना भुगतान नहीं हो रहा है.
वहीं, पुलिस किसानों के वाहनों पर कार्रवाई कर उन्हें परेशान करने का काम कर रही है. उन्होंने बताया कि मिल के तोल केंद्रों से गन्ना नहीं उठ रहा है. जबकि कुछ तोल केंद्र बन्द पड़े हैं, जिनपर तोल नहीं हो रहा है, जिस कारण किसानों का हजार कुंतल गन्ना खेतों में सूख रहा है.
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इस मामले में पदम रोड ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसानों का उत्पीड़न नहीं रुका तो वे सड़क जाम कर देंगे. साथ ही रेल रोक अभियान के तहत प्रदर्शन किया जाएगा. उत्तराखंड सरकार के प्रति भारी रोष जताते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी तरह से विफल है. किसान परेशान हैं और भुखमरी की कगार पर हैं. इन तमाम मुद्दों को लेकर वह गांव गांव जाकर किसानों को जागरुक कर रहे हैं.