हरिद्वार: कुंभ मेले से पहले अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है. परिषद के पूर्व प्रवक्ता और अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता बाबा हठयोगी ने सरकार से हरिद्वार प्रेस क्लब में कुंभ मेले में संचालन समिति का गठन करने की मांग की है. बाबा हठयोगी ने अखाड़ा परिषद में ब्लैकमेलिंग के धंधे का आरोप लगाते हुए कहा कि अखाड़ों ने सरकार द्वारा दी गई जमीन पर फ्लैट बनाकर बेच दिए हैं.
बाबा हठयोगी ने बताया कि परिषद के अध्यक्ष और महामंत्री सरकार के करोड़ों रुपए ठिकाने लगाने के लिए खुद ही पदासीन हो गए हैं. कुंभ मेले में सभी अखाड़ों और संत संप्रदायों को प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए. अगर ऐसा नहीं होता तो सरकार को कुंभ मेला संपन्न कराने के लिए एक संचालन समिति का गठन कर देना चाहिए. बाबा हठयोगी ने अखाड़ों द्वारा 5 एकड़ जमीन की मांग को भी गलत बताते हुए कहा कि अखाड़ों ने अपनी छावनियों में फ्लैट बनाकर बेच दिए हैं, इसके बाद सरकार से और जमीनों की मांग की जा रही है.
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स्वामी प्रबोधानंद के अनुसार, पिछले कई कुंभों को देखने के बाद देश के साधु-संतों को आज महसूस हो रहा है कि अखाड़ा परिषद अब सिर्फ ब्लैकमेल का धंधा करने वाली ही संस्था रह गई है. अब अखाड़ा परिषद केवल सरकार से धन ऐंठने का कार्य करती है. ऐसी संस्था की ओर शासन और प्रशासन को अब ध्यान देना चाहिए और 2021 कुंभ के लिए एक समिति गठन करना चाहिए, जिसमें धार्मिक और सामाजिक लोगों को जोड़ा जाए, जिससे अखाड़ा परिषद अपनी मोनोपोली न चला सके.