हरिद्वारः महाराष्ट्र सरकार को लेकर ज्योतिषाचार्यों ने भविष्यवाणी की है. ज्योतिषियों की मानें तो शिवसेना गठबंधन की सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगी. उद्धव ठाकरे का करुण और शरद पवार का सर्प योग उनके दोस्ती में दरार ला सकता है. साथ ही आने वाले सूर्य ग्रहण का बड़ा असर होगा. ऐसे में जल्द ही तीनों पार्टियों में फूट पड़ने के साथ सरकार गिर सकती है.
बता दें कि ठाकरे परिवार के वर्तमान मुखिया शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. भले ही शिवसेना ने चुनाव बीजेपी के साथ गठबंधन कर लड़ा था, लेकिन शिवसेना के मुख्यमंत्री पद की जीत से गठबंधन टूट गया और शिवसेना ने अपने धुर राजनीतिक विरोधियों कांग्रेस और एनसीपी के साथ हाथ मिलाकर सरकार बना ली. शिवसेना ने कांग्रेस एनसीपी के साथ सरकार तो बना ली, लेकिन ज्योतिषियों की मानें तो शिवसेना गठबंधन की सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगी.
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ज्योतिषियों का कहना है कि अगले महीने 26 दिसंबर को पड़ने वाले सूर्य ग्रहण पर षष्टग्रही योग बन रहा है. यह योग सरकार के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है और इस योग की वजह से सरकार में शामिल दलों के बीच खींचतान और उठापटक से सरकार को खतरा पैदा होगा. ज्योतिषाचार्य प्रदीप जोशी का कहना है कि चंद्रमा और शनि अष्टम भाव में है. मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले उद्धव ठाकरे की राशि वृष है और वृष लग्न में ही उन्होंने शपथ ग्रहण की है.
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, यह योग उठापटक के संकेत देते हैं. उन्होंने बताया कि अगले महीने 26 दिसंबर को धनु राशि के मूल नक्षत्र में सूर्य ग्रहण पड़ेगा. धनु राशि में ही ग्रहण के वक्त शनि और चंद्रमा का योग है. जो वृष राशि वालों के लिए शुभ नहीं है. ऐसे में विपरीत ग्रह योग की वजह से सरकार पूरे 5 साल चलेनी की कम संभावना है.
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उनका कहना है कि महाराष्ट्र की सरकार फरवरी तक चलती है, तब शनि धनु राशि से निकलकर वर्क राशि में चले जाएंगे. उसके बाद कुछ स्थितियां बदल सकती है, लेकिन इस वक्त जो परिस्थितियां बन रही है. उसे यही लगता है तीनों ही पार्टी में मनमुटाव जल्दी ही उत्पन्न हो जाएगा और परिस्थितियां ऐसी बनेगी की शिवसेना खुद ही सरकार गिराने का कारण बन सकती है.
वहीं, ज्योतिषाचार्य प्रतीक मिश्रपुरी का कहना है कि अगले महीने 26 दिसंबर को षष्टग्रही योग में पढ़ रहा सूर्यग्रहण महाराष्ट्र सरकार पर भारी है. कुछ वक्त में ही सरकार में उठापटक होने का योग बन रहा है. यह ग्रहण महाराष्ट्र सरकार के बीच में टूट-फूट के संकेत दे रहा है. उद्धव के नाम उ से शुरू होता है जिसका स्वामी गरुड़ है जबकि, शरद पवार के नाम श से शुरू होता है जिसका स्वामी सर्प है. इन दोनों सर्प और गरुड़ की आपस में दुश्मनी है.
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ऐसे में दोनों के बीच ज्यादा दिनों तक दोस्ती नहीं चल सकती और इस वजह से महाराष्ट्र सरकार पूरे 5 साल तक नहीं पाएगी. षष्टग्रही शुभ नहीं है. इस योग में दुष्परिणाम ही देखने को मिलते हैं. उन्होंने कहा कि इस सूर्य ग्रहण का प्रभाव पश्चिम दिशा की ओर ज्यादा पड़ता है. इसमें महाराष्ट्र, गुजरात मुख्य रूप से प्रदेश है. इस योग के बनने से पश्चिम की तरफ काफी महंगाई बढ़ेगी और राजसत्ता को भी यह योग भंग कर देते हैं.
साथ ही कहा कि सूर्य राजा होता है और जब राहु उसे ग्रहण करता है, तब जिस राशि पर ग्रहण होता है उसका असर उस दिशा की ओर ज्यादा देखने को मिलता है. इस योग में राजनीतिक के अंदर कुछ ऐसे सर्फ होते हैं, जो राजा के पास होते हैं. वह उन्हें धोखा देते हैं. इसका फायदा विपक्षी लोग उठा सकते हैं.