हरिद्वारः वैश्विक महामारी कोरोना की जंग में आशा और आंगनबाड़ी वर्करों को अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है. अब आशा और आंगनबाड़ी वर्कर जिले के बुजुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं का सर्वे कर रिकॉर्ड तैयार करेंगी. इस सर्वे का उद्देश्य कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकना है. वहीं, प्रशासन भी उनके कामों पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं.
दरअसल, जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने आशा और आंगनबाड़ी वर्करों को घर-घर जाकर सर्वे करने के आदेश दिए हैं. जिसके बाद सभी मैदान में डटी हुई हैं. इसी कड़ी में एडीएम केके मिश्रा ने सलेमपुर महदूद गांव पहुंकर उनके कार्यों का निरीक्षण किया. इस दौरान आंगनबाड़ी वर्कर मौके पर काम करते मिले. जिस पर उन्होंने संतुष्टि जाहिर की.
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एडीएम केके मिश्रा ने कहा कि आशा और आंगनबाड़ी वर्करों को इस अभियान में जिलाधिकारी के आदेश के बाद मैदान में उतारा गया है. जो घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं. इसके लिए 11 सीडीपीओ और 1600 से ज्यादा आंगनबाड़ी वर्करों की टीम को पूरे जिले में लगाया गया है.
वहीं, आंगनबाड़ी वर्कर ममता का कहना है कि उन्हें घर-घर जाकर बुजुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं का सर्वे कर रिकॉर्ड तैयार करने को कहा गया है. जिसके लिए सभी वर्कर घर-घर जा रहे हैं. साथ ही कोरोना महामारी की जंग में अपना सहयोग दे रहे हैं.