हरिद्वार: योग हमारे जीवन की सबसे प्राचीन परंपरा रहा है. आज पूरा विश्व भारत की इस परंपरा का कायल है. भारत की इस परंपरा को आज पूरे विश्व में योग दिवस जोकि 21 जून को मनाया जाता है, क्योंकि योग हमारे शरीर में होने वाली कई बीमारियों से निजात दिलाता है.
वर्तमान में इन दिनों स्कूली छात्र बोर्ड परीक्षाओं के तनाव से गुजर रहे हैं, जिसके चलते उन पर पढ़ाई का दबाव भी काफी ज्यादा रहता है. ऐसे में छात्र योग को अपनी दिनचर्या में शामिल कर बोर्ड परीक्षा के तनाव को कम कर सकते हैं और मन को स्थिर कर पढ़ाई में मन लगा सकते हैं.
वर्तमान में बोर्ड की परीक्षा शुरू हो चुकी है और इस समय सभी छात्रों को सबसे ज्यादा पेपर की चिंता सताती है, जिसके चलते उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इस मामले में योगाचार्य योगी रजनीश का कहना है कि छात्र-छात्राएं बोर्ड परीक्षा की तैयारी में साल भर पहले ही जुट जाते हैं और इस समय स्कूली बच्चों में परीक्षा को लेकर काफी तनाव होता है. ऐसे में स्कूली छात्र योग के जरिए इस तनाव को काफी कम कर सकते हैं. योगाचार्य ने स्कूली छात्रों से योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने के लिए कहा है.
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वहीं, योगाचार्य रजनीश ने बोर्ड परीक्षा देने वाले स्कूली बच्चों को बताया कि छात्र स्कंद आसन, पश्चिमोत्तानासन, मकर आसन और भुजंग आसन इन योगासनों को करके बच्चे अपने को स्वस्थ रख सकते हैं. साथ ही मन की एकाग्रता भी जरूरी होती है.
इसके लिए अनुलोम-विलोम प्रणायाम, भ्रमिक प्रयाणम और ओम का उच्चारण किया जाए तो इससे बच्चों को काफी हद तक फायदा होगा. वहीं, उन्होंने छात्रों को बताया कि अगर इन योगासनों को रोज के दिनचर्या में शामिल करें तो उनकी स्मरण शक्ति काफी हद तक बढ़ेगी.