रुड़की: आत्मनिर्भर नारी-शक्ति के स्लोगन को सार्थक कर रहीं हैं रुड़की की अनम खान अंसारी. अनम को भले ही किसी सामाजिक संगठन या सरकार का सहयोग न मिला हो लेकिन उनका जज्बा कभी कमजोर नहीं पड़ा. दरअसल, साल 2015 से लगातार गरीब परिवार की बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने की जीतोड़ मेहनत और समाज के लिए कुछ कर गुजरने की हिम्मत अनम के हौसलों में नजर आती है. अनम ने जो स्ट्रगल खुद को इस मुकाम तक पहुंचाने में किया वो नहीं चाहती कि गरीब परिवार की बच्चियां कदम बढ़ाने से पहले ही उम्मीदें छोड़ दें.
हम बात कर रहे हैं कि रुड़की की रहने वाली ब्यूटीशियन अनम खान अंसारी की. अनम ऐसी बच्चियों को ट्रेंड कर रहीं हैं, जिन्होंने सपने में भी सोचा नहीं होगा कि वह लाखों के खर्च वाला ब्यूटीशियन का कोर्स कर पाएंगी. आसपास देहात क्षेत्रों की सैकड़ों बेटियों को अब तक अनम खान अंसारी ने ट्रेंड कर आत्मनिर्भर बना चुकी हैं और ये सिलसिला जारी है.
रुड़की के सिविल लाइन में अनम अंसारी 2015 से गरीब परिवार की बेटियों को निःशुल्क ब्यूटीशियन का कोर्स करा रही हैं. अनम अपने सैलून में ही एकेडमी चलाती हैं. जहां सुबह और शाम में दो अलग अलग बैच में बच्चियों को ट्रेंड किया जाता है. दोनों बैच में करीब 60 बच्चियों को ट्रेनिंग दी जाती है, जिसमें हेयर ड्रेसर, मेकअप आर्टिस्ट, स्किन ट्रीटमेंट, हेयर ट्रीटमेंट आदि कोर्स तीन माह में मुकम्मल कराया जाता है. बड़ी बात ये है कि अनम अंसारी इस कार्य को निःशुल्क अंजाम देती हैं.
अनम अंसारी बताती हैं कि उन्हें बचपन से ब्यूटीशियन बनने का ही शौक था. अपने शौक के लिए उन्होंने खूब स्ट्रगल किया. लाखों रुपये खर्च कर उन्होंने ब्यूटीशियन का कोर्स किया. इसके बाद उन्होंने ऐसी बच्चियों को ट्रेंड करने की ठानी जो कुछ करना चाहती हैं लेकिन गरीबी के कारण कर नहीं पाती हैं. इसके लिए बाकायदा अनम अंसारी ने गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक किया और बच्चियों को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया.
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अनम बताती हैं कि इस दौरान उन्हें कई मुश्किलों का सामना भी करना पड़ा लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. अनम के मुताबिक अब तक सैकड़ों बच्चियों को वह ट्रेनिंग देकर आत्मनिर्भर बना चुकी हैं. उस कार्य में अनम का परिवार और पति का उन्हें खूब सहयोग मिलता है. हालांकि, अनम चाहती हैं कि सरकार या सामाजिक संगठनों को भी इस तरह के अभियान में हिस्सा लेना चाहिए.