हरिद्वारः कोरोना से कराह रहे उत्तराखंड को अब रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए केंद्र सरकार पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा. अभी तक राज्य सरकार की डिमांड पर केंद्र सरकार से यह इंजेक्शन पहुंच रही है. ऐसे में डिमांड ज्यादा होने की वजह से मरीजों को इंजेक्शन वक्त पर नहीं मिल पा रहे हैं, लेकिन अगले कुछ दिनों में इस इंजेक्शन की कमी पूरी हो सकेगी. इसके लिए हरिद्वार सिडकुल में स्थित एकम्स फार्मास्यूटिकल प्राइवेट लिमिटेड में रेमडेसिविर इंजेक्शन का उत्पादन किया जाएगा.
जिला ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने बताया कि एकम्स कंपनी में रेमडेसिविर इंजेक्शन के उत्पादन के लिए शासन स्तर पर बात चल रही है. जल्द ही अंतिम निर्णय कर एकम्स फार्मा लिमिटेड कंपनी इसका उत्पादन शुरू कर देगी. अभी कुछ दिन पहले ही केंद्र व राज्य सरकार की टीम ने कंपनी में निरीक्षण किया था. जिसके बाद अभी फिलहाल कागजी कार्रवाई चल रही है. वहीं, अनीता भारती ने बताया कि हरिद्वार सिडकुल में 50 फार्मा कंपनियां हैं. जिसमें एकम्स सबसे बड़ी कंपनी है और इंजेक्शन बनाने के लिए सक्षम भी है.
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एकम्स कंपनी के डीजीएम डीके शर्मा के मुताबिक, कंपनी रेमडेसिविर इंजेक्शन के उत्पादन के लिए पूरी तरह से सक्षम है. जैसे ही उन्हें अनुमति प्राप्त होती है, वो प्रोडक्शन शुरू कर देंगे. साथ ही बताया कि परमिशन में थोड़ा समय लगता है, इसलिए तब तक वो कंपनी से जुड़ी सभी तैयारियां कर रहे हैं.
ब्लैक फंगस के इलाज वाले इंजेक्शन के उत्पादन के लिए कंपनी सक्षमः डीके शर्मा
वहीं, डीके शर्मा ने बताया कि भारत के अलग-अलग राज्यों से इसका रॉ मटेरियल उपलब्ध होता है. जिसमें मुख्य पंजाब, राजस्थान और गुजरात हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस के इंजेक्शन उत्पादन के लिए कंपनी संभावना तलाश रही है. कंपनी ब्लैक फंगस के इंजेक्शन उत्पादन करने में भी सक्षम है. इसके लिए कागजी औपचारिकताएं भी शुरू कर दी गई हैं.