हरिद्वार: अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि ने गंगा पूजन में मुख्य सचिव ओम प्रकाश की मौजूदगी पर उठाए सवाल हैं. उन्होंने कहा कि मेले का माहौल चीफ सेक्रेटरी खराब करना चाहते हैं. उनका आज पूजन में आने का कोई औचित्य नहीं था. उसके बावजूद भी वह हरिद्वार मुख्यमंत्री के साथ आए.
दरअसल अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरि शुरू से ही महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने की मांग करते आ रहे हैं. जिसको लेकर वह पहले भी कई अधिकारियों पर कुंभ को लेकर लापरवाही बरतने का आरोप लगा चुके हैं. उनका कहना है कि कई अधिकारी भव्य और दिव्य कुंभ का आयोजन ही नहीं चाहते हैं. इसलिए उन्होंने पहले भी मुख्यमंत्री से मांग की थी कि ऐसे अधिकारियों को निर्देश दें कि वह कुंभ कराने के पक्ष में आए, ना कि कुंभ को समेटने के पक्ष में.
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आज जब मुख्यमंत्री के साथ चीफ सेक्रेटरी ओम प्रकाश हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर पहुंचे तो अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष का गुस्सा फूट पड़ा. उन्होंने ओम प्रकाश का विरोध किया. उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री और अखाड़ा परिषद ने मां गंगा से प्रार्थना कि है हरिद्वार में होने वाला महाकुंभ दिव्य भव्य और सुरक्षित हो. आज की इस पूजा में केवल अखाड़ा परिषद अध्यक्ष या फिर गंगा सभा, आईजी या मेला अधिकारी का हरिद्वार में होने का औचित्य था, ना कि चीफ सेक्रेटरी ओम प्रकाश का.
दरअसल मुख्यमंत्री कोरोना संक्रमित होने के बाद आज पहली बार हरिद्वार आए थे. अखाड़ा परिषद मुख्यमंत्री से हरिद्वार में हो रहे महाकुंभ पर चर्चा करना चाहता था. कुंभ में हो रही लापरवाही के बारे में मुख्यमंत्री को बताना चाह रहा था. लेकिन चीफ सेक्रेटरी ओम प्रकाश के होने के कारण यह सफल नहीं हो पाया. यही कारण है अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरि ने ओम प्रकाश के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.