ऋषिकेश: कोरोना महामारी को हराने के लिए स्वास्थ्यकर्मी दिन-रात मरीजों की सेवा में लगे हैं. ऋषिकेश एम्स में कोरोना संक्रमित महिला की मौत के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया है. एम्स ऋषिकेश में कार्यरत स्टाफ नर्स और डॉक्टर अब अपने घर भी नहीं जा सकेंगे.
ऋषिकेश में जिला प्रशासन ने एम्स स्वास्थ्य कर्मियों के लिए होटलों में रहने की व्यवस्था की है. एम्स ऋषिकेश में कोरोना के 4 मरीज मिलने के बाद प्रशासन ने ऋषिकेश नगर निगम के स्वर्ण जयंती सभागार में बैठक की. इस दौरान प्रशासन ने स्वास्थ्य कर्मियों को पब्लिक से दूर रखने के लिए ये फैसला लिया.
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नगर निगम में डीएम की ओर से नियुक्त समन्वय अधिकारी अपूर्वा पांडे ने इस संबंध में होटल व्यवसायियों के साथ बैठक की. उन्होंने होटल कारोबारियों को प्रशासन की ओर से की जा रही व्यवस्था से अवगत कराया. साथ ही होटल में साफ-सफाई से लेकर अन्य तमाम इंतजाम करने के लिए कहा.
ऋषिकेश एम्स में अभी कोरोना संक्रमित नर्सिंग अफसर, स्टाफ नर्स और तीमारदार का इलाज चल रहा है. प्रशासन ने फैसला लिया है कि एम्स का पूरा स्टाफ अब ड्यूटी के बाद घर नहीं जाएगा. एम्स कर्मियों के रहने के लिए प्रशासन ने ऋषिकेश के छह होटल, एक धर्मशाला और आश्रम को अधिग्रहित कर लिया है.