हरिद्वार: गंगा दशहरा के पर्व पर हरकी पैड़ी को पूरी तरह सील किया गया था. गंगा सभा द्वारा विरोध जताए जाने के बाद श्रद्धालुओं के लिए हरकी पैड़ी को खोल दिया गया है. रविवार सुबह हरकी पैड़ी को बैरिकेडिंग के माध्यम से सील किया गया था, ताकि कोई भी श्रद्धालु गंगा में स्नान ना कर सके.
श्री गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने बताया कि हरकी पैड़ी को सील किए जाने पर जाने पर गंगा सभा ने कड़ा एतराज जताया था. उन्होंने कहा कि कि उत्तराखंड के सभी बॉर्डर खुले हुए हैं और श्रद्धालुओं को हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर स्नान से रोका जा रहा है. हरकी पैड़ी बंद करने के बाद जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से वार्ता की गई जिसके बाद हरकी पैड़ी को श्रद्धालुओं को कोविड गाइडलाइन्स का पालन करते हुए स्नान के लिए खोल दिया गया है.
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बता दें कि पहाड़ों मे बीते दिनों से हो रही बारिश के चलते गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है. जिसको देखते हुए हरिद्वार जिला प्रशासन द्वारा हरकी पैड़ी को बंद किया गया था. लेकिन गंगा सभा के विरोध के बाद हरकी पैड़ी पर आम श्रद्धालु भी स्नान कर रहे हैं.