हरिद्वार: आम आदमी पार्टी (आप) ने मांग की है कि जिस तरह सरकार ने अखाड़े, आश्रम और धर्मशालाओं के प्रदूषण का टैक्स 2036 तक माफ किया है उसी तरह आम जनता को भी बड़ी राहत दी जानी चाहिए. यानी सरकार को लोगों के बिजली बिल, स्कूल फीस और हॉउस टैक्स माफ करना चाहिए.
आप की प्रवक्ता हेमा भंडारी ने कहा कि कोरोना और लॉकडाउन ने जनता की कमर तोड़ दी है. इस हालत में लाखों लोग बेरोजगार हो गए हैं. व्यापारियों का काम धंधा चौपट हो गया है. उनके पास आय का कोई साधन नहीं है. ट्रैवल और होटल व्यापारियों को काम बिल्कुल ठप हो चुका है. दुकानदार दुकान का किराया नहीं निकाल पा रहे हैं. ऐसे में जीएसटी समेत अन्य टैक्सों ने व्यापारियों की परेशानियों को और बढ़ा दी हैं.
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हेमा भंडारी ने कहा कि वे अखाड़ों, धर्मशालाओं और मठों के प्रदूषण टैक्स माफ करने का स्वागत करते हैं. लेकिन सरकार से अपील भी करते है कि प्रदेश की आम जनता को इसका लाभ दिया जाए.
आप नेता अनिल सती ने कहा कि शहरी विकास मंत्री जब धर्मशालाओं का टैक्स माफ करने की बात करेंगे तो जनता को क्यों इसका लाभ नहीं मिल सका है? आखिर जनता पर भी कोरोना की मार पड़ी है. सरकार को चाहिए की वे प्रदेश की जनता के हितों और परेशानियों को देखते हुए उनकी सहायत करें. आखिर जनता के दिए टैक्स से ही सरकार के मंत्री सुविधाओं का लाभ लेते हैं तो फिर मदद करने में भेदभाव क्यों?