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International Yoga Day: पतंजलि योगपीठ और शांतिकुंज में मनाया गया योग दिवस - डॉ चिन्मय पण्ड्या

हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ और गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया. इस मौके पर बाबा रामदेव ने कहा कि योग कोई पूजा-पाठ नहीं हमारे पूर्वजों की विद्या है. गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस उत्साह के साथ मनाया गया. इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम का देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या एवं वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया.

8th International Yoga Day
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
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Published : Jun 21, 2022, 3:33 PM IST

Updated : Jun 21, 2022, 4:06 PM IST

हरिद्वार: योगगुरु स्वामी रामदेव ने हरिद्वार स्थित पतंजलि वैलनेस सेंटर, पतंजलि योगपीठ-।। में योग कर 8वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया. इस अवसर पर स्वामी रामदेव ने कहा कि पतंजलि योग का पर्याय है, पूरा देश और विश्व योगमय बने, यही हमारा संकल्प है. उन्होंने कहा कि आजादी के 75वें वर्ष में आजादी के अमृत महोत्सव और 8वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर 75 हेरिटेज स्थानों पर लोग एकसाथ एकरूपता से योग कर एकजुटता का संदेश दे रहे हैं.

बाबा रामदेव ने कहा कि योग कोई पूजा-पाठ नहीं हमारे पूर्वजों की विद्या है. इससे शारीरिक, मानसिक, धार्मिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक जो भी मांगें हैं, भूख है वो पूरी होती हैं. हम बीपी, शुगर, थायराइड, अर्थराइटिस, अस्थमा आदि दुसाध्य रोगों को नियंत्रित व क्योर (Cure) कर सकते हैं. इतना ही नहीं सब व्याधियों से मुक्त होकर, व्याधियों की समाप्ति कर समाधि की प्राप्ति कर सकते हैं.

पतंजलि योगपीठ और शांतिकुंज में योग दिवस

स्वामी रामदेव ने कहा कि कुछ लोगों ने भ्रान्ति फैलाई कि योग केवल कन्दराओं में रहने वाले योगियों को करना चाहिए. कुछ लोगों ने भ्रान्ति फैलाई कि अमुक धर्म के लोगों को योग नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब 177 देशों ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का समर्थन किया तो उसमें कम्यूनिस्ट देशों के साथ साथ इस्लामिक, क्रिश्चियन देश भी थे. सब राष्ट्र अध्यक्षों ने माना कि योग कोई मजहबी विद्या नहीं है बल्कि आरोग्य की आत्मनिर्भरता का सूत्र है.
पढ़ें- अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2022 : पीएम बोले- योग अब एक वैश्विक पर्व

शांतिकुंज में भी मनाया गया योग दिवस: हरिद्वार में गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस उत्साह के साथ मनाया गया. इस मौके पर सभागार में आयोजित कार्यक्रम का देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या एवं वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि योग केवल तन और मन को पुष्ट ही नहीं करता है, बल्कि यह हमारी मानसिक और आध्यात्मिक विकास के लिए प्रगति के द्वार भी खोलता है.

इस अवसर पर प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या (Dr Chinmay Pandya) ने कहा कि योग केवल तन को ही सुदृढ़ ही नहीं बनाता, बल्कि मन को भी एकाग्रता और स्थिर करने में सहायक है. योग जीवन की संभावनाओं को आगे बढ़ाता है. इससे पूर्व संगीत विभाग के भाइयों ने सुमधुर गीतों से उपस्थित साधकों, योगाचार्यों के तन मन को योग के लिए मानसिक रूप से तैयार किया. फिर देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के उच्च प्रशिक्षित योगाचार्यों ने भारत सरकार द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार योगाभ्यास कराया.

शांतिकुंज मीडिया सेल के अनुसार देवसंस्कृति विश्वविद्यालय एवं शांतिकुंज परिवार के योगाचार्यों ने उत्तराखंड सहित कई राज्यों के राजभवन, देशभर के सामुदायिक भवनों, गायत्री शक्तिपीठों, जोन संगठन कार्यालय, उपजोनों सहित अमेरिका, कनाडा, दक्षिण अफ्रीका, लातविया, लिथुआनिया, इंग्लैण्ड सहित बीस से अधिक देशों में योगाभ्यास कराया.

डॉ. पण्ड्या से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने की भेंट: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Union Minister Giriraj Singh) और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक शांतिकुंज पहुंचे. इस दौरान उन्होंने डॉ. प्रणव पण्ड्या व शैलदीदी से भेंट की. इस मौके पर डॉ. पण्ड्या ने केंद्रीय मंत्री और पूर्व सीएम निशंक से युवाओं के विकास सहित समाज के प्रत्येक वर्ग को ध्यान में रखते हुए कार्य करने के लिए आह्वान किया.

इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि योग दिवस के मौके पर शांतिकुंज आकर मन को शांति एवं सुकून मिला है. इस मौके पर गिरिराज सिंह और रमेश पोखरियाल निशंक ने देवसंस्कृति विवि शांतिकुंज स्थित बाल्टिक सेंटर का अवलोकन किया और प्रज्ञेश्वर महादेव की पूजा अर्चना की. इस दौरान उन्होंने देवसंस्कृति विवि के प्रतिकुलपति डॉ चिन्मय पण्ड्या से भेंटकर विवि द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न प्रकल्पों की विस्तृत जानकारी ली. प्रतिकुलपति डॉ. पण्ड्या ने गिरिराज सिंह और डॉक्टर निशंक को युग साहित्य एवं गायत्री मंत्र लिखित चादर ओढ़ाकर सम्मानित किया.

हरिद्वार: योगगुरु स्वामी रामदेव ने हरिद्वार स्थित पतंजलि वैलनेस सेंटर, पतंजलि योगपीठ-।। में योग कर 8वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया. इस अवसर पर स्वामी रामदेव ने कहा कि पतंजलि योग का पर्याय है, पूरा देश और विश्व योगमय बने, यही हमारा संकल्प है. उन्होंने कहा कि आजादी के 75वें वर्ष में आजादी के अमृत महोत्सव और 8वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर 75 हेरिटेज स्थानों पर लोग एकसाथ एकरूपता से योग कर एकजुटता का संदेश दे रहे हैं.

बाबा रामदेव ने कहा कि योग कोई पूजा-पाठ नहीं हमारे पूर्वजों की विद्या है. इससे शारीरिक, मानसिक, धार्मिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक जो भी मांगें हैं, भूख है वो पूरी होती हैं. हम बीपी, शुगर, थायराइड, अर्थराइटिस, अस्थमा आदि दुसाध्य रोगों को नियंत्रित व क्योर (Cure) कर सकते हैं. इतना ही नहीं सब व्याधियों से मुक्त होकर, व्याधियों की समाप्ति कर समाधि की प्राप्ति कर सकते हैं.

पतंजलि योगपीठ और शांतिकुंज में योग दिवस

स्वामी रामदेव ने कहा कि कुछ लोगों ने भ्रान्ति फैलाई कि योग केवल कन्दराओं में रहने वाले योगियों को करना चाहिए. कुछ लोगों ने भ्रान्ति फैलाई कि अमुक धर्म के लोगों को योग नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब 177 देशों ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का समर्थन किया तो उसमें कम्यूनिस्ट देशों के साथ साथ इस्लामिक, क्रिश्चियन देश भी थे. सब राष्ट्र अध्यक्षों ने माना कि योग कोई मजहबी विद्या नहीं है बल्कि आरोग्य की आत्मनिर्भरता का सूत्र है.
पढ़ें- अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2022 : पीएम बोले- योग अब एक वैश्विक पर्व

शांतिकुंज में भी मनाया गया योग दिवस: हरिद्वार में गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस उत्साह के साथ मनाया गया. इस मौके पर सभागार में आयोजित कार्यक्रम का देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या एवं वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि योग केवल तन और मन को पुष्ट ही नहीं करता है, बल्कि यह हमारी मानसिक और आध्यात्मिक विकास के लिए प्रगति के द्वार भी खोलता है.

इस अवसर पर प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या (Dr Chinmay Pandya) ने कहा कि योग केवल तन को ही सुदृढ़ ही नहीं बनाता, बल्कि मन को भी एकाग्रता और स्थिर करने में सहायक है. योग जीवन की संभावनाओं को आगे बढ़ाता है. इससे पूर्व संगीत विभाग के भाइयों ने सुमधुर गीतों से उपस्थित साधकों, योगाचार्यों के तन मन को योग के लिए मानसिक रूप से तैयार किया. फिर देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के उच्च प्रशिक्षित योगाचार्यों ने भारत सरकार द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार योगाभ्यास कराया.

शांतिकुंज मीडिया सेल के अनुसार देवसंस्कृति विश्वविद्यालय एवं शांतिकुंज परिवार के योगाचार्यों ने उत्तराखंड सहित कई राज्यों के राजभवन, देशभर के सामुदायिक भवनों, गायत्री शक्तिपीठों, जोन संगठन कार्यालय, उपजोनों सहित अमेरिका, कनाडा, दक्षिण अफ्रीका, लातविया, लिथुआनिया, इंग्लैण्ड सहित बीस से अधिक देशों में योगाभ्यास कराया.

डॉ. पण्ड्या से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने की भेंट: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Union Minister Giriraj Singh) और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक शांतिकुंज पहुंचे. इस दौरान उन्होंने डॉ. प्रणव पण्ड्या व शैलदीदी से भेंट की. इस मौके पर डॉ. पण्ड्या ने केंद्रीय मंत्री और पूर्व सीएम निशंक से युवाओं के विकास सहित समाज के प्रत्येक वर्ग को ध्यान में रखते हुए कार्य करने के लिए आह्वान किया.

इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि योग दिवस के मौके पर शांतिकुंज आकर मन को शांति एवं सुकून मिला है. इस मौके पर गिरिराज सिंह और रमेश पोखरियाल निशंक ने देवसंस्कृति विवि शांतिकुंज स्थित बाल्टिक सेंटर का अवलोकन किया और प्रज्ञेश्वर महादेव की पूजा अर्चना की. इस दौरान उन्होंने देवसंस्कृति विवि के प्रतिकुलपति डॉ चिन्मय पण्ड्या से भेंटकर विवि द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न प्रकल्पों की विस्तृत जानकारी ली. प्रतिकुलपति डॉ. पण्ड्या ने गिरिराज सिंह और डॉक्टर निशंक को युग साहित्य एवं गायत्री मंत्र लिखित चादर ओढ़ाकर सम्मानित किया.

Last Updated : Jun 21, 2022, 4:06 PM IST
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