हरिद्वार: महाकुंभ के लिए कुंभ मेला प्रशासन द्वारा कराए जा रहे कार्य अब अंतिम चरण में हैं. मेला अधिकारी दीपक रावत के अनुसार दिसंबर माह तक सभी स्थाई कार्य संपन्न हो जाएंगे. इसके बाद अस्थाई कार्यों की ओर ध्यान दिया जाएगा, क्योंकि अभी कुंभ का स्वरूप किस तरह होगा ? यह कहना मुश्किल होगा. इसीलिए अस्थाई कार्यों को मेले की स्थिति क्लियर होने पर ही किया जाएगा.
मेला अधिकारी दीपक रावत ने बताया कि कुंभ मेला प्रशासन फिलहाल स्थाई कार्यों पर फोकस कर रहा है, जिन्हें दिसंबर तक 393 करोड़ की लागत के कार्यों को संपन्न कर लिया जाएगा, जोकि धरातल पर दिखने लगेंगे. फिलहाल, अस्थाई कार्यों की प्लानिंग भी संपन्न कर ली गई है, जिसमें पेंटिंग, टॉयलेट, शहर की सुंदरता व सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, साइंस, शहर की सुंदरता लिए पेंटिंग, लाइटिंग, चौराहों का सौंदर्यीकरण और फुलवारी इत्यादि बनी है.
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इन सब कार्यों को भी समय रहते पूरा कर लिया जाएगा. साथ ही कुंभ मेले में लगने वाले अखाड़ों के संतों के लिए लगने वाली छावनी पर दीपक रावत ने कहा कि इस पर निर्णय फिलहाल अभी नहीं हुआ है. लेकिन अखाड़ा परिषद व हरिद्वार के व्यापार मंडल बैठक में चर्चा कर इसका निर्णय लिया जाएगा.