देहरादून: भारत सरकार ने एक पहल कर आतिथ्य उद्योग के लिए मूल्यांकन, जागरूकता और प्रशिक्षण के लिए एक एप्लिकेशन 'साथी' तैयार किया है. इसके जरिये छोटे उद्योगों को वैश्विक स्तर पर विकसित किया जा रहा है. साथ ही उद्योगों का समर्थन कर आत्म निर्भर भारत बनाने की ओर कदम उठाया जा रहा है. यह पहल पर्यटकों के साथ ही आतिथ्य उद्योग पोस्ट कोविड-19 में कर्मचारियों के भरोसा और विश्वास बनाये रखने पर केंद्रित है. हालांकि इस एप का इस्तेमाल मौजूदा समय में होटल, रेस्तरां, होमस्टे पर ही लागू है.
'साथी' ऐप को तीन चरणों में विभाजित किया गया है. जिसमें, कोविड 19 के दिशा-निर्देशों का सही तरीके से पालन करने के लिए सेल्फ सर्टिफिकेशन, क्षमता निर्माण, जो होटल व्यवसायी, रेस्तरां और अन्य लोगों की क्षमता बनाने में मदद करेगा. साइट मूल्यांकन, जो अंतराल की पहचान करने के लिए भूमि कार्यान्वयन पर जांच करता है.
पढ़ें- हरिद्वार: फैक्ट्री में करंट लगने से मालिक की मौत, चार मजदूर घायल
वहीं, पर्यटन मंत्री, सतपाल महाराज ने कहा कि, 'साथी' कोविड-19 की चुनौतियों का सामना करने के लिए आतिथ्य उद्योग के साथ मदद और भागीदारी है. इस पहल के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि पीएम नरेंद्र मोदी की आत्मनिर्भर भारत के विजन से साथ जुड़ा हुआ है. साथ ही उन्होंने प्रदेश के लाभार्थियों से अनुरोध किया कि पहल में सक्रिय रूप से खुद को पंजीकृत करें और इसका पूरा लाभ उठाएं.
पढ़ें- खेल से इतना प्यार कि अपनी 20 बीघा जमीन में बना दिया मैदान !
उन्होंने कहा कि साथी एप को अधिक लोकप्रिय बनाने की आवश्यकता है. इसके लिए यात्रा एग्रीगेटर जैसे मेक माई ट्रिप, गो आई बीबो के साथ जोड़ा जा सकता है, ताकि बड़ी संख्या में लोगों तक पहुंच बनायी जा सके. वहीं, सचिव पर्यटन, दिलीप जावलकर ने कहा, उत्तराखंड में साथी पहल के तहत 320 से अधिक इकाइयां पहले ही अपना पंजीकरण करवा चुकी हैं. साथी एप, राज्य में सुरक्षा भागफल को बनाए रखेगा और पर्यटन उद्योग में हमारे हितधारकों को सशक्त करेगा.