देहरादून: नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य (Leader of Opposition Yashpal Arya) ने कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज (Case filed against Congress spokesperson) किए जाने पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है. साथ ही इस संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक पत्र लिखकर इस पूरे मामले पर न्यायोचित कार्रवाई की मांग उठाई है.
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने मुख्यमंत्री धामी (CM Pushkar Singh Dhami) को लिखे पत्र में अंकिता भंडारी हत्याकांड (ankita bhandari murder) का जिक्र करते हुए कहा कि अंकिता भंडारी की हत्या ने राज्य नहीं बल्कि पूरे देश के जनमानस को उद्वेलित कर दिया. ऐसे में राज्य में जिस तरह की नृशंस हत्या की प्रतिक्रिया स्वभाविक थी ऐसे में सभी राजनीतिक सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने अपनी क्षमता और साधनों की उपलब्धता के अनुसार सभी प्लेटफार्म पर इस घटना और इस से संबंध रखने वालों का विरोध किया. कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने भी घटना और इसमें संलिप्त आरोपियों का विरोध किया. उन्होंने उन महिला संगठनों पर भी कटाक्ष किया जो अंकिता हत्याकांड (ankita murder case) का विरोध नहीं कर रहे थे और यह राजनीति और लोकतंत्र में स्वाभाविक प्रक्रिया है.
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नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने पत्र में लिखा कि सोशल मीडिया पर एक राजनीतिक संगठन और उसकी महिला कार्यकर्ताओं द्वारा गरिमा और उनकी दिव्यांग पुत्री के कुछ वीडियो पोस्ट किए गए जो एक होटल में आयोजित एक कार्यक्रम के थे. फुटेज को होटल के सीसीटीवी से लिया गया था. ऐसे में व्यक्तिगत हमले व निजता के अधिकार के हनन करने वाला यह कृत्य कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है. वहीं यशपाल आर्य का कहना है कि गरिमा ने इस घटना की लिखित शिकायत एसएसपी देहरादून से की. लेकिन पुलिस द्वारा उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, जबकि दूसरे पक्ष की शिकायत पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया. नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि स्वस्थ लोकतंत्र की परंपरा का निर्वहन करते हुए इस मामले की न्यायोचित कार्रवाई की जाए.