बागेश्वर: शारदीय नवरात्रि 2022 का आज दूसरा दिन है. नवरात्रि के पहले दिन शैलपुत्री की पूजा-अर्चना के लिए मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. चंडिका, कोट भ्रामरी, कालिका मंदिर कांडा समेत जिले के सभी हिस्सों में स्थित देवी मंदिरों में सुबह से ही पूजा अर्चना शुरू हो गई. श्रद्धालुओं ने श्रद्धा पूर्वक सरयू-गोमती संगम पर स्नान किया. गंगाजल लेकर अपने घर लौटे और देवी हरेला बोया.
नवरात्रि के दूसरे दिन कांडा के कालिका मंदिर, भद्रकाली मंदिर, कपकोट के बदियाकोट और गरुड़ के कोट भ्रामरी मंदिर में लोग सुबह से पहुंच रहे हैं. पंडित कैलाश चंद्र ने बताया कि नवरात्रों में नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, शारदीय नवरात्रि अश्विन के चंद्र महीने में मनाई जाती है. शरद ऋतु के दौरान मनाई जाने वाली शारदीय नवरात्रि सबसे प्रतीक्षित नवरात्रि में से एक है. अगले नौ दिनों में, भक्त देवी दुर्गा की पूजा करते हैं और उपवास रखते हैं.
हल्द्वानी- नवरात्रि के पहले दिन भगवान श्रीराम की भव्य बारात निकली गई. जहां शहर के हजारों लोग भगवान श्रीराम की बरात में शामिल होकर पुण्य के भागी बने. प्राचीन शिव मंदिर द्वारा आयोजित भव्य श्रीराम की बारात निकलने से पहले मुरादाबाद से आई विशेष शहनाई बजाई गई, जहां रीति रिवाज के अनुसार भगवान श्रीराम को मेहंदी रचाई गई. जिसके बाद बारात पूरे शहर में होते हुए रामलीला ग्राउंड में बनाई गई जनकपुरी नगरी पहुंची. यहां श्रीराम और माता सीता का विवाह संपन्न हुआ.
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बारात निकलने से पहले मांगलिक गीत गाए गए. मुरादाबाद से आई विशेष शहनाई, पंजाबी, ढोल नगाड़े, कुमाऊंनी छोलिया नृत्य सहित कई राज्यों के कलाकारों ने बारात में शामिल होकर अपनी कला को प्रदर्शित किया. बारात बरेली रोड प्राचीन शिव मंदिर से पूरे शहर में होते हुए रामलीला ग्राउंड पहुंची. यहां भगवान श्री राम और माता सीता का विवाह संपन्न हुआ. राम की बारात में शामिल तरह-तरह के बैंड बाजे और ढोल नगाड़ों की धुन पर लोग थिरकते नजर आए.
काशीपुर- श्री रामलीला कमेटी ने रामनगर रोड स्थित रामलीला मैदान में चल रही रामलीला के दौरान सीता स्वयंवर का आयोजन किया गया. इस मौके पर रामलीला देखने आए दर्शकों ने सीता स्वयंवर के मंचन का जमकर लुत्फ उठाया. इसके बाद नगर में राम बारात शोभायात्रा का आयोजन किया गया. श्रीराम शोभायात्रा में काशीपुर की जनता ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. शोभायात्रा में भगवान गणेश की झांकी के अलावा मां सरस्वती की झांकी, शिव पार्वती नृत्य, राधा कृष्ण, हनुमान जी के कंधे पर राम लक्ष्मण की झांकी, नौ देवियों की झांकी, रथ में सवार भगवान राम और लक्ष्मण और उनके गुरु की झांकी आकर्षण का केंद्र रहे.
श्रीराम बारात शोभायात्रा रामलीला मैदान रामनगर रोड से शुरू होकर महाराणा प्रताप चौक, नगर निगम रोड, मेन बाजार, किला बाजार चौक, गंगे बाबा चौक, मुंशी राम चौराहा, कटोराताल, चीमा चौराहा से होते हुए वापस रामलीला मैदान लाकर समाप्त हुई. इसके बाद रामलीला मैदान में संचालित रामलीला में सीता स्वयंवर का मंचन किया गया.
मसूरी- अग्रवाल महासभा ने महाराजा अग्रसेन की 5146वीं जयंती धूमधाम से मनाई. इस मौके पर महाराजा अग्रसेन चौक पर मालरोड में उनकी प्रतिमा पर पूजा अर्चना की गई. आरती के बाद प्रसाद वितरित किया गया. इस मौके पर अग्रसेन चौक पर निशुल्क आयुर्वेदिक स्वास्थ्य परीक्षण शिविर भी लगाया गया. कार्यक्रम में सनातन धर्म गर्ल्स इंटर कॉलेज की छात्राओं द्वारा स्वागत गान एवं सुंदर नृत्य मां भवानी की स्तुति में प्रस्तुत किया गया, जिसने सभी श्रोताओं के मन को मोह लिया.