देहरादूनः आपने अक्सर कई अधिकारी देखे होंगे, जो अपनी कुर्सी का मोह नहीं छोड़ते या फिर जिनकी टेबल पर शिकायतों और समस्याओं की फाइलों के ढेर लगे रहते हैं. लेकिन आज हम आपको ऐसे अधिकारी से रूबरू कराने जा रहे हैं, जिनके केबिन में आपको कुर्सी ही नहीं मिलेगी, ना ही विजिटरों के बैठने के लिए व्यवस्था मिलेगी. इतना ही नहीं उनकी टेबल पर एक भी फाइल नहीं मिलेगी. जी हां, ये अधिकारी हैं उत्तराखंड सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) के निदेशक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमित कुमार सिन्हा. जो पुलिस महकमे में इंटेलिजेंस का जिम्मा भी संभाल रहे हैं.
दरअसल, उत्तराखंड आईटीडीए निदेशक अमित कुमार सिन्हा अपने केबिन में बैठते ही नहीं हैं और ना ही वो अपनी किसी फाइल को फिजिकल रूप से साइन करते हैं. अमित कुमार सिन्हा अपना पूरा फाइल वर्क ई-ऑफिस (E-Office) के जरिए निपटाते हैं और आईटीडीए की बैठकों में ही कुर्सी पर बैठते हैं. जबकि, उनके अपने केबिन में बैठने के लिए कोई कुर्सी मौजूद नहीं रहती है. वे खड़े होकर ही एक स्टैंडिंग टेबल पर आने वाले लोगों से बातचीत करते हैं.
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आईटीडीए निदेशक अमित सिन्हा की यह कार्यशैली अपने आप में भले अजीब हो, लेकिन इसमें एक संदेश भी है. अमित सिन्हा वर्क कल्चर को बदलने के लिए कुर्सी न रखने का संदेश दे रहे हैं. उनका मानना है कि अधिकारियों का काम बैठना नहीं है, बल्कि काम करना है. बताया जा रहा है कि पुलिस हेडक्वार्टर में भी वो इसी वर्क कल्चर को फॉलो करते हैं.